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एटलस कंपनी मामला: जब सियासी पारा गरमाया तो श्रम विभाग ने कंपनी को जारी किया नोटिस

लखनऊ/गाजियाबाद. एटलस कंपनी के बंदी के ऐलान के बाद उत्तर प्रदेश समेत देश भर में सियासत का बाजार गर्म हो गया. विपक्षी पार्टियां इस मामले में सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही हैं. आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बाद अब श्रम विभाग ने कंपनी के मालिक और कर्मचारियों को नोटिस भेज कर वार्ता के लिए बुलाया है. दरअसल उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के संकट के बाद हुए लॉकडाउन से कुछ समय के लिए ठप हुए उद्योग धंधों पर आर्थिक संकट आ गया है. ऐसे में देश की चर्चित साइकिल कंपनी एटलस ने अपनी फैक्ट्री (Factory) बंद करने का ऐलान कर दिया जिसकी वजह से कंपनी में काम करने वाले वर्कर्स के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया. कंपनी ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए फैक्ट्री बंद करने की बात कही है. कंपनी के इस फैसले के बाद यूपी में सियासत तेज हो गई. पहले कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने सरकार पर सवाल उठाए तो फिर पीछे-पीछे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इसे बीजेपी की गलत नीतियों की वजह से शुरू हुई एक और बंदी करार दे दिया. प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा था, “कल विश्व साइकिल दिवस के मौके पर साइकिल कम्पनी एटलस की गाजियाबाद फैक्ट्री बंद हो गई. 1000 से ज्यादा लोग एक झटके में बेरोजगार हो गए. सरकार के प्रचार में तो सुन लिया कि इतने का पैकेज, इतने MoU, इतने रोजगार. लेकिन असल में तो रोजगार खत्म हो रहे हैं, फैक्ट्रियां बंद हो रही हैं. लोगों की नौकरियां बचाने के लिए सरकार को अपनी नीतियाँ और योजना स्पष्ट करनी पड़ेगी.” फिर अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, “ आर्थिक मंदी की वजह से उप्र की प्रसिद्ध एटलस साइकिल कंपनी में ‘उत्पादन बंदी’की ख़बर बेहद चिंताजनक है. इससे हजारों मज़दूरों के सामने जीविका का संकट खड़ा हो गया है.

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