एजेंसी
नई दिल्ली,नवसत्ता। जैसी आशंका जतायी जा रही थी ईरान ने देर रात इजराइल पर 300 मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया, जिससे इजराइली मिलिट्री बेस को नुकसान पहुंचा। इस हमले के बाद, अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि अगर इजराइल ईरान पर जवाबी कार्रवाई करता है, तो अमेरिका उसे साथ नहीं देगा। इसके साथ ही, अमेरिका ने ईरान के 70 ड्रोन्स और 3 बैलिस्टिक मिसाइलों को इंटरसेप्ट किया। बाइडेन आज जी 7 के नेताओं के साथ बैठक करेंगे, जहां ईरान के हमलों के खिलाफ डिप्लोमेटिक प्रतिक्रिया पर चर्चा होगी।
इस हमले में इजराइल के मिलिट्री बेस को नुकसान पहुंचा है। एक बच्ची भी घायल हुई है। इजराइली सेना ने कहा कि हमने ईरान में कुछ ड्रोन उड़ते देखे हैं, जिन्हें यहां पहुंचने में कुछ घंटों का वक्त लगेगा।
दरअसल, 1 अप्रैल को इजराइल ने सीरिया में ईरानी एम्बेसी के पास एयरस्ट्राइक की थी। इसमें ईरान के दो टॉप आर्मी कमांडर्स समेत 13 लोग मारे गए थे। इसके बाद ईरान ने बदला लेने के लिए इजराइल पर अटैक करने की धमकी दी थी।
चीन बोला- दोनों पक्ष शांति से काम ले
उधर ईरान के हमले पर चीन का भी बयान सामने आया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने तनाव बढ़ने पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, गाजा में जंग आगे बढ़ रही है। इसे रोकने के लिए तुरंत सीजफायर की जरूरत है। दोनों पक्षों को शांति से काम लेना चाहिए जिससे टकराव को रोका जा सके।