Navsatta
खास खबरमुख्य समाचार

मुख़्तार अंसारी की मौत की न्यायिक जाँच के आदेश…

लखनऊ ,नवसत्ता :– उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्तार अंसारी की हत्या के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि तीन सदस्यीय समिति मौत की जांच करेगी। मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने दावा किया है कि उनके पिता को जेल में स्लो प्वाइजन दिया गया। इसी तरह का दावा मुख्तार अंसारी के भाई और गाजीपुर के सांसद अफजल अंसारी ने भी किया है, लेकिन अधिकारियों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।

बता दें कि बीते दिनों मुख्तार अंसारी ने बाराबंकी कोर्ट में एक एप्लिकेशन भी दाखिल किया था। जिसमें उसने आरोप लगाया था कि उसे जेल में खाने में विषैला पदार्थ मिलाकर दिया जा रहा है। अंसारी ने दावा किया कि 19 मार्च को खाना खाने के बाद उनकी नसों और अंगों में दर्द होने लगा। गाज़ीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में कालीबाग कब्रिस्तान में अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक करने की भी तैयारी जारी है। जिले के एक अधिकारी ने कहा, अंसारी के शव को ले जाने वाला काफिला शुक्रवार की नमाज के बाद अपनी यात्रा शुरू करेगा। पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके आलावा बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर भी अंकुश लगा दिया गया है। बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जिले में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है।

एक माह के अंदर जांच रिपोर्ट जमा करने को कहा

यूपी के बांदा मेडिकल कॉलेज में हार्ट अटैक से माफिया मुख्तार अंसारी की मौत हो गई है। मुख्तार की मौत पर परिवार से लेकर तमाम विपक्षी दल भी सवाल उठा रहे हैं, जिसके बाद इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस मामले में एक महीने के अंदर रिपोर्ट जमा करानी होगी। बांदा कोर्ट के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भगवान दास गुप्ता ने मुख्तार अंसारी की मौत की न्यायिक जांच के आदेश दिए है। इस मामले की जांच के लिए अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गरिमा सिंह को जिम्मेदारी दी गई है। प्रशासन को मुख्तार अंसारी के इलाज से लेकर तमाम जानकारियां तीन दिन में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। एक महीने के अंदर जांच रिपोर्ट देनी होगी। मुख्तार अंसारी के परिवार की ओर से इस मौत को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। परिजनों ने जेल प्रशासन पर उन्हें धीमा जहर दिए जाने का आरोप लगाया है। इससे पहले कोर्ट में पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी ने भी ऐसे ही आरोप लगाए थे। जिसके बाद से इस मामले पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। दूसरी तरफ कई विपक्षी दल भी इसे लेकर प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं. उत्तर प्रदेश ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, ‘मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें.।

संबंधित पोस्ट

डॉक्टर्स डे विशेष:जानिए अपने डॉक्टर के अनसुने किस्से,मिलिए रायबरेली के प्रख्यात ऑर्थो सर्जन डॉ. संजीव जायसवाल से

navsatta

सिर्फ शिवसेना का ही नहीं बल्कि लोकतंत्र का भविष्य भी खतरे में- उद्धव ठाकरे

navsatta

अवधेश राय हत्याकांडः मफिया मुख्तार अंसारी को उम्र कैद की सजा, एक लाख रुपए का जुर्माना

navsatta

Leave a Comment