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जमीन घोटाले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का इस्तीफा, हुए गिरफ्तार

रांची, (नवसत्ता)। जमीन घोटाले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी से लम्बी पूछताछ के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद उन्हें ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया । हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील दायर की है जिसपर कोर्ट में कल प्रातः साढ़े दस बजे सुनवाई होगी। झामुमो के वरिष्ठ विधायक चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। चंपई सोरेन को झारखंड टाइगर कहा जाता है। वे सरायकेला से विधायक हैं। देर शाम राजभवन में विधायकों ने पहुंच कर अपना बहुमत दर्शाते हुए चंपई सोरेन के नृतत्व में नई सरकार बनाये जाने का दावा पेश किया। झामुमो का आरोप है कि केन्द्र सरकार ने एक चुनी हुई सरकार को अपदस्त करने की साजिश रची है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दे दिया है। वे खुद शाम करीब सवा आठ बजे इस्तीफा लेकर राजभवन पहुंचे। सत्तारूढ़ गठबंधन ने चंपई सोरेन को नया नेता चुन लिया है। चंपई सोरेन को नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाने की मांग लेकर गठबंधन के विधायक राजभवन पहुंचे हालांकि राज्यपाल ने सभी विधायकों को आज मिलने का समय नहीं दिया।

चंपई सोरेन के साथ गये विधायक आलमगीर ने राजभवन से निकल कर पत्रकारों को बताया कि हमें 47 विधायकों का समर्थन है। हमने राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा पेश किया है। 81 सदस्यीय झारखण्ड विधानसभा में झामुमो के 29 विधायक हैं। इसके पहले ईडी ने हेमंत सोरेन को सूचित कर दिया कि वह उन्हें गिरफ्तार कर रही है। बताया जा रहा है कि सोरेन के जवाब से संतुष्ट नहीं होने के बाद ईडी ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। इसके साथ ही सत्तारूढ़ गठबंधन ने नए नेता की अगुवाई में सरकार बनाने की तैयारी तेज कर दी थी। गठबंधन के तमाम विधायक बुधवार सुबह से सीएम हाउस में जमा थे। मंगलवार को सोरेन की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय कर लिया गया था कि उनकी गिरफ्तारी की नौबत आने पर नए नेता की अगुवाई में सरकार के लिए दावा पेश किया गया।

कौन है चंपई सोरेन

झारखंड टाइगर के नाम से मशहूर चंपई सोरेन को शिबू सोरेन का हनुमान कहा जाता है। सरायकेला से इन्होंने 6 बार विधानसभा का चुनाव जीता है। 1991 से 2019 के बीच ये केवल एक बार साल 2000 में चुनाव हारे हैं। 2005 के बाद से ये लगातार सरायकेला से विधानसभा का चुनाव जीतते आ रहे हैं। हेमंत सोरेन जब पहली बार सीएम बने थे, तब इन्हें खाद्य आपूर्ति और साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर बनाया गया था।बता दें कि ईडी ने हेमंत सोरेन के नई दिल्ली में शांति निकेतन स्थित आवास से सोमवार को 36 लाख रुपए कैश, एक बीएमडब्ल्यू कार और कुछ दस्तावेज बरामद किए थे। ईडी ने उनसे इसके बारे में कई सवाल पूछे। सोरेन ने इस बात से इनकार किया कि कैश और कार उनकी है।

इसके अलावा रांची के बड़गाईं अंचल की करीब चार एकड़ जमीन के स्वामित्व को लेकर पूछे गए सवालों पर सोरेन के जवाब से ईडी के अफसर संतुष्ट नहीं हुए। सोरेन की गिरफ्तारी की भनक मिलने के साथ ही उनके आवास के बाहर हलचल बढ़ गई। ।
इससे पूर्व रांची में आज राजनीतिक सरगर्मियों के बीच आज दोपहर ईडी के अधिकारियों की टीम सीएम हाउस पहुचे। इससे पहले 20 जनवरी को ईडी ने साढ़े सात घंटे पूछताछ की थी।

क्या है जमीन और खनन घोटाला?
हेमंत सोरेन सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। वह लगातार ईडी के समन को लेकर बीजेपी पर हमलावर रहे हैं। उनका आरोप रहा है कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार झारखंड में उनकी सरकार को अस्थिर करने के लिए जांच एजेंसियों का उपयोग कर रही है। सोरेन को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 50 के तहत जमीन घोटाला मामले से संबंधित कथित धन शोधन की जांच के संबंध में 10 समन जारी किए गए। जांच एजेंसी दो प्रमुख मामलों की जांच की जा रही है, जिसमें राज्य की राजधानी में अवैध खनन और जमीन घोटाला शामिल है।

जमीन घोटाले का मामला सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़ा हुआ है। फर्जी नाम-पता के आधार पर झारखंड में सेना की जमीन की खरीद-बिक्री हुई। इस सिलसिले में रांची नगर निगम ने एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। ईडी ने उसी एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट (श्वष्टढ्ढक्र) दर्ज करके जांच शुरू की थी। दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद-बिक्री के अलावा आदिवासी जमीन पर अवैध कब्जे के सिलसिले में मु यमंत्री से पूछताछ के लिए श्वष्ठ की ओर से बार-बार समन भेजा जा रहा था। जमीन घोटाला मामले में एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी और दो व्यापारियों सहित 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 2011 बैच के आईएएस अधिकारी छवि रंजन को गिरफ्तार किया गया था, जो राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत रहे थे। ईडी 2022 से राज्य में अवैध खनन से हुई आय के 100 करोड़ रुपए की जांच कर रही है।

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