- मिशन शक्ति के चाैथे चरण के तहत प्रदेश भर में आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रम
- 2,41,232 पूजा पंडाल, रामलीला, मेला स्थल समेत 1,14,810 ग्राम पंचायतों एवं 36,480 वार्डों में आयोजित किए गए विभिन्न कार्यक्रम
- अभियान के तहत महिला बीट कर्मियों ने 65,872 हिस्ट्रीशीटर को चिन्हित कर 27,393 न्यायालय संबंधी आदेशों का कराया तामीला
- महिला बीट कर्मी को बीट भ्रमण एवं पिंक बूथ पर मिले 23,785 शिकायती पत्र, 23,302 का मौके पर ही किया गया निस्तारण
लखनऊ,नवसत्ताः देश की नारी शक्ति के सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को समर्पित मिशन शक्ति के चौथे चरण के तहत प्रदेश भर में महिलाओं को जागरुक करने, योगी सरकार की योजनाओं की जानकारी देने, उनकी समस्या का मौके पर ही निस्तारण करने एवं बच्चों को गुड और बैड टच की जानकारी देने समेत अन्य विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। मालूम हो कि इन सभी कार्यक्रमों का आगाज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 14 अक्टूबर को अपने सरकारी आवास से महिला सशक्तिकरण रैली रवाना कर किया था। योगी सरकार के मिशन शक्ति के चौथे चरण को सफल बनाने के लिए हजारों पुलिस कर्मचारी-अधिकारी एवं विभिन्न विभाग के अधिकारी-कर्मचारी प्रदेश की ग्राम पंचायतों, वार्ड, मोहल्लों, स्कूल, कॉलेज एवं शारदीय नवरात्र में स्थापित पंडाल, रामलीला मंच के साथ मेला स्थल का भ्रमण किया। इस दौरान नुक्कड़ नाटक, लघु फिल्म, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन के थीम साॅन्ग, ध्वनि संदेश और परिचर्चा का आयोजन भी किया गया।
47 हजार से अधिक स्कूल-कॉलेज में बच्चों को दी गई गुड और बेड टच की जानकारी
महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन की अपर पुलिस महानिदेशक एवं मिशन शक्ति की नोडल पद्मजा चौहान ने बताया कि मिशन शक्ति के चौथे चरण के तहत 15 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक यूपी पुलिस एवं विभिन्न विभाग की ओर से प्रदेश के 2,41,232 पूजा पंडाल, रामलीला एवं मेला स्थल का भ्रमण किया गया है। इसके साथ ही टीम ने 1,14,810 ग्राम पंचायतों एवं 36,480 वार्डों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये, जिसमें 39,64,889 महिला और 37,76,789 पुरुष शामिल हुए। इस दौरान योगी सरकार की विभिन्न जानकारियों से जुड़ी 26,47,072 प्रचार सामग्री वितरित की गयी। वहीं प्रदेश के 47,894 स्कूल-कॉलेज में बच्चों को बैड एवं गुड टच की जानकारी दी गयी। इस दौरान 15,914 सांस्कृतिक कार्यक्रम, 24,317 लघु फिल्में, 51,713 ऑडियो क्लिप का प्रसारण किया गया जबकि 11,111 नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। साथ ही 62,263 रेलवे/बस स्टेशन/अन्य सार्वजनिक स्थलों पर जागरुकता अभियान चलाया गया। इतना ही नहीं महिला बीट कर्मियों ने 25,281 महिला अपराध की पीड़िताओं से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना। इस दौरान पीड़िताओं के 32,015 परिवारजनों की काउंसिलिंग की गयी। साथ ही 22,997 पीड़िताओं की काउंसिलिंग कर आवश्यक सहायता उपलब्ध करायी गयी। महिला बीट कर्मियों ने 65,872 हिस्ट्रीशीटर को चिन्हित कर 27,393 न्यायालय संबंधी आदेशों का तामीला कराया। महिला बीट कर्मी को बीट भ्रमण एवं पिंक बूथ पर 23,785 शिकायती पत्र मिले, जिसमें से 23,302 का मौके पर ही निस्तारण किया गया।
ग्रामीण इलाकों एवं मलिन बस्तियों में चलाया गया विशेष अभियान
अभियान के दौरान ग्रामीण इलाकों एवं मलिन बस्तियों में बाल विवाह, बाल श्रम उन्मूलन समेत अन्य बाल अपराधों को लेकर 10,357 विशेष जागरुकता कार्यक्रम चलाए गए, जिसमें 4,03,901 लोगों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान 4,320 लघु फिल्मों का प्रसारण किया गया। साथ ही 2,763 नुक्कड़ नाटकों का मंचन किया गया। इसमें गैर सरकार संस्थानों के 2,098 लोगों ने प्रतिभाग किया।