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दीवार और सुरक्षा को फांद कर अखिलेश यादव ने किया जय प्रकाश नारायण की मूर्ति पर माल्यार्पण

लखनऊ ( नवसत्ता ) :- सपा मुखिया अखिलेश यादव ने लखनऊ में जेपीएनआईसी पहुंच कर जयप्रकाश नारायण की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। एलडीए ने इसकी अनुमति अखिलेश यादव को नहीं दी थी। जेपीएनआईसी के बाहर भारी संख्या के पुलिस बल की तैनाती की गई थी। पुलिस ने अखिलेश यादव को रोकने की नाकाम कोशिश की। अखिलेश यादव 8 फ़ीट का गेट फांद कर मूर्ति तक पहुंचे। अखिलेश के साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ दर्ज हो सकती है एफआईआर

लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से जेपीएनआईसी पर लगाए गए ताले के बावजूद गेट फ़ांद कर अंदर पहुंचने के मामले में एफआईआर करने की तैयारी।

अखिलेश यादव का बयान

संपूर्ण क्रांति का जो नर जेपी ने दिया आज भी उसकी जरूरत है जो लोगों ने कानून तोड़ने की बात कही उनसे कहा कि आपको भारी बजट मिलता होगा और सवाल यह है कि हर साल यहां पर समाजवादी लोग आते थे जेपी पर माल्यार्पण करने पर यह क्यों हुआ क्यों यहां पर सरकार क्या छुपाना चाहती है सरकार टीम क्यों लग रही है क्या सरकार यह छुपाना चाहती है कि जो करोड़ों रुपए की चीज बनी थी उसको बर्बाद कर दिया स्मारक पर बात कर दिया जेपी निक बर्बाद कर दिया रिवर फ्रंट बर्बाद कर दिया जो नेताजी की शुरुआत की थी उसे सबको यह लोग मिटाना चाहते हैं और इसलिए यह टीन शेड लगाई है यह सरकार दूसरों से वसूल कर भरपाई करती है पर काम से कम सरकार को यह फैसला लेना चाहिए जो नुकसान या होला है हुआ है क्या मुख्यमंत्री अपने वेतन से जेपी निक का जो नुकसान हुआ है उसका भुगतान करेंगे अधिकारी तैयार नहीं थे वह बताने के लिए की किसने रोका है यह कहां की परंपरा है प्रतिमा पर फूल डालते हैं माल अर्पण करते हैं तो इन लोगों को क्या तकलीफ है सरकार को क्या म्यूजियम पर जाने के लिए किसकी परमिशन की जरूरत है क्या मान्यवर कांशीराम की जयंती के लिए किसी को परमिशन लेनी होती है क्या नेता जी के लिए हम कोई कार्यक्रम करते हैं तो मुश्किल परमिशन लेनी पड़ेगी भारतीय जनता पार्टी में बहुत से ऐसे लोग हैं तो जेपी आंदोलन से जुड़े हुए हैं पर यह लोग आज की तारीख में क्या कर रहे हैं यह सरकार किसका नुकसान कर रही है इसकी जो बर्बादी हुई है इसका सरकार के वेतन से वसूला जाए

अब तो ठेकेदार भी तुम्हारी पार्टी में चला गया तो अब क्या वजह है कि उसका काम रुका हुआ है

जनता की शक्ति के आगे सरकार की शक्ति कभी कामयाब नहीं हो सकती लोकतंत्र में जनता को अपने वोट की ताकत को बाबा साहब ने दिया है संविधान में अन्य ताकत मिली है अगर संविधान नहीं बचेगा तो हमारी आपकी आजादी कहां जाएगी तो सरकार को ऐसे निर्णय लेने चाहि।

 

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