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मणिपुर मामले को लेकर दोनों सदनों में हंगामा, कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित

नयी दिल्ली / नवसत्ता-आज से संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया है। लेकिन पहले ही दिन जबरदस्त तरीके से हंगामा देखने को मिला। हंगामे की वजह से दोनों ही सदनों की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित हो गई। अब संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11:00 बजे से शुरू होगी। मणिपुर मामले को लेकर दोनों सदनों में हंगामा देखने को मिला। एक ओर सरकार का दावा है कि वह मणिपुर को लेकर हर तरह की चर्चा को तैयार है। लेकिन दूसरी ओर विपक्ष अपनी मांगों पर अड़ा हुआ है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हमने स्पष्ट कर दिया है कि हम दोनों सदनों में मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार हैं। मणिपुर एक संवेदनशील विषय है। गृह मंत्री विस्तार से चर्चा का जवाब देंगे।

स्पीकर को चर्चा की तारीख तय करने दीजिए हम चर्चा करने के लिए तैयार हैं। राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मणिपुर जल रहा है.. महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है, उन्हें नंगा कर घुमाया जा रहा है और पीएम मोदी चुप हैं और वह बाहर बयान दे रहे हैं। बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जब अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया और सरकार भी चर्चा के लिए तैयार है तब क्यों भाग रहे हैं? विपक्ष का प्रस्ताव था और भाजपा का भी प्रस्ताव था कि इसपर चर्चा हो। आज प्रधानमंत्री ने ट्वीट करके भी अपना दुख व्यक्त कर दिया है, इन्हें बहाना चाहिए कि सदन की कार्यवाही न चले। हम तो बंगाल पर भी चर्चा चाहेंगे। मणिपुर पर भी चर्चा होनी चाहिए। हमने सदनों में कहा है कि हम चर्चा के लिए तैयार है मगर विपक्ष चर्चा से भागना चाह रहा है।

मणिपुर वायरल वीडियो पर बोले पीएम ‘दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा’

पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में पिछले दो महीने से चली आ रही हिंसा और पिछले दिन इंटरनेट पर वायरल हुए वीडियो, जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया जा रहा है, को लेकर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने इस मामले पर कहा कि वह गहरी पीड़ा में हैं और यह घटना शर्मनाक है। वीडियो पर पीएम मोदी ने कहा, “मैं दुखी हूं, घटना बेहद शर्मनाक है। किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे, जो इसके पीछे हैं।” संसद के मॉनसून सत्र से पहले, पत्रकारों से बात करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “यह शर्मनाक घटना है। यह किसने क्या, कौन ज़िम्मेदार है यह दूसरा मुद्दा है लेकिन इसने हमारे देश को शर्मसार किया है।” उन्होंने अपील करते हुए कहा, “मैं सभी मुख्यमंत्रियों से कानून एवं व्यवस्था को सख्त रखने की अपील करता हूं। चाहें वो राजस्थान, छत्तीसगढ़ हो या मणिपुर…महिलाओं की इज्जत किसी भी राजनीति से ऊपर है।” बता दें कि बहुत सारे सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा में इसलिए नोटिस दिया है, कि वे मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं। विपक्षी दलों द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि वे प्रधानमंत्री की मौजूदगी में चर्चा करना चाहते हैं। सूत्रों के हवाले से, केंद्र ने ट्विटर और सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म से वीडियो को हटाने की अपील की है। बता दें कि मणिपुर में कुकी और नागा समुदायों के बीच हाई कोर्ट के एक आदेश के ऊपर तीन मई को हिंसा भड़की थी, जिसमें कई लोगों की जान भी जा चुकी है।

मणिपुर में, हालात सुधरने का नाम नहीं ले रही ,निर्वस्त्र घुमाने का वीडियो वायरल, इलाके में तनाव

इस पूर्वोत्तर राज्य से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार 4 मई का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक समुदाय की महिलाओं को दूसरे पक्ष द्वारा निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाया जा रहा है। इस घटना के सामने आते ही इलाके में तनाव फैल गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह वीडियो इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) के गुरुवार को होने वाले प्रदर्शन से ठीक एक दिन पहले प्रसारित किया जा रहा था। पुलिस ने कहा कि अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन में अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया है। एक बयान में उन्होंने कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।

आईटीएलएफ के एक प्रवक्ता के अनुसार, “कांगपोकपी जिले में 4 मई को हुआ घृणित दृश्य, पुरुषों को असहाय महिलाओं के साथ लगातार छेड़छाड़ करते हुए दिखाता है, जो रोती हैं और अपने बंधकों से गुहार लगाती हैं। “इन निर्दोष महिलाओं द्वारा झेली गई भयावह यातना अपराधियों के उस वीडियो को साझा करने के फैसले से और बढ़ गई है, जो पीड़ितों की पहचान को सोशल मीडिया पर साझा करता है।” प्रवक्ता ने एक बयान में इस ”घृणित कृत्य” की निंदा करते हुए मांग की कि केंद्र और राज्य सरकारें, राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग अपराध का संज्ञान लें और दोषियों को कानून के सामने लाएं। मणिपुर राज्य में 3 मई से इम्फाल घाटी में केंद्रित बहुसंख्यक मैतेई और पहाड़ियों पर कब्जा करने वाले कुकी लोगों के बीच जातीय झड़पें हो रही हैं। हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।

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