सीहोर, नवसत्ताः मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में मंगलवार को एक छोटी सी बच्ची खेलते खेलते 300 फीट गहरे बोरवेल में गिरी गई। जिसके बाद से परिजनों में हंड़कप मच गया। वहीं बोरवेल में गिरी तीन साल की बच्ची का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। रेस्क्यू टीम लगातार बच्ची पर कैमरे की मद्द से नजर रख रही है और बच्ची तक ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है। प्रशासन उसे जल्द बाहर निकालने के प्रयास में लगी हुई है।
आपको बता दे कि यह पूरी घटना सीहोर जिले मुंगावली की है जहां दोपहर एक बजे करीब बच्ची खेलते- खेलते अचानक से बोरवेल में गिर गई। जिसके बाद से मां का रो-रो कर बुरा हाल है घटना को लेकर मां जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सृष्टि खेलते-खेलते बोरवेल में चली गई। मैंने उसे देखा तो मैं दौड़ लगाकर गई, तब तक वह बोरवेल में चली गई। मेरी बेटी मेरी आंखों के सामने मुझे पुकारते हुए बोर में गिर गई। मैंने सबसे पहले मेरी सास को बुलाया। वह बोर पड़ोसी का है। मेरी दो बच्ची है। सृष्टि सबसे बड़ी है। उस वक्त बच्ची 29 फीट नीचे फंसी हुई थी।
जिसके बाद दोपहर दो बजे एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लोकल पुलिस प्रशासन के साथ रेस्क्यू में जुट गई। उसे निकालने के लिए 10 से ज्यादा जेसीबी और पोकलेन मशीनों की मदद से 5 फीट दूरी पर समानांतर गड्ढा खोदा जा रहा है। वहीं एसडीएम अमन मिश्रा ने बताया कि बोर में हुक डालकर निकालने का प्रयास किया गया था, जो सफल नहीं हो सका है। बोर में हल्का पानी रिस रहा है। जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने बताया कि बच्ची के मूवमेंट नहीं आ रहे हैं। खुदाई में नीचे मिले पत्थर बहुत ही हार्ड हैं। पत्थरों के कारण खुदाई में दिक्कत आ रही है। उन्हें तोड़ने के लिए पोकलेन मशीन के पंजे से बड़ी ड्रिल मशीन को बांधा हुआ है। उसी की मदद से पत्थर को तोड़ा जा रहा है। यही कारण है कि रेस्क्यू में तेजी नहीं आ पा रही है।
वहीं इस मामले को गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी दिन और रात लगे हुए हैं और बच्ची को जल्द ही बाहर निकाल लिया जायेगा साथ ही सीएम शिवराज लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं। बच्ची का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
इसी दौरान सीएम चौहान ने बताया कि बच्ची को निकालने के प्रयास लगातार जारी है, लेकिन खोदते समय वाइब्रेशन के कारण वह नीचे खिसक गई है। हमने आर्मी को कॉल कर मौके पर भेजा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ पहले से काम कर रही है। हमारा पूरा प्रयास है बच्ची को सुरक्षित निकाल लिया जाए।