काशी को 18 सौ करोड़ की परियोजनाओं का तोहफा
वाराणसी,नवसत्ता: पीएम मोदी आज वाराणसी दौरे पर हैं. यहां वह काशीवासियों को 1812 करोड़ रुपए से ज्यादा की 45 योजनाओं और परियोजनाओं की सौगात देंगे. निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक वाराणसी के लालबहादुर शास्त्री अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी दौरे पर दोपहर 01:24 बजे एयरपोर्ट पर पहुंचे. पीएम का राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत व अभिनंदन किया.
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 590 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. इनमें वाराणसी स्मार्ट सिटी और शहरी परियोजनाओं के तहत विभिन्न पहलें शामिल हैं, जैसे- स्नान घाट के निर्माण के साथ-साथ नमो घाट का पुनर्विकास, 500 नावों के डीजल और पेट्रोल इंजनों का सीएनजी में रूपांतरण, पुरानी काशी के कामेश्वर महादेव वार्ड का पुनर्विकास और गांव हरहुआ, दासेपुर में 600 से अधिक ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का निर्माण इत्यादि.
अक्षय पात्र किचन से एक घंटे में तैयार होंगी 40 हजार रोटियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले अक्षय पात्र मिड-डे मील किचन का उद्घाटन किया. जिसमें 1 लाख छात्रों की खाना पकाने की क्षमता होगी. इस दौरान उन्होंने कहा कि 15 हजार वर्ग मीटर में बने अक्षय पात्र किचन में लगी रोटी बनाने वाली मशीन से महज एक घंटे में 40 हजार रोटियां बनाई जा सकती हैं. वहीं इस किचन में एक कढ़ाई वाली मशीन है जिसमें 1600 लीटर दाल तैयार हो सकती है. शुक्रवार को इस किचन में 25 हजार बच्चों का खाना बनेगा. जबकि 6 महीने बाद इसी किचन में एक लाख बच्चों का खाना बनने लगेगा.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi had a free-wheeling interaction with children in Varanasi pic.twitter.com/fncXna5a3A
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 7, 2022
भविष्य की जरूरतों को देखते हुये नई शिक्षा नीति को अपनाना होगा
राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर प्रकाश डालते हुये पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भविष्य की जरूरतों को देखते हुये नई शिक्षा नीति को अपनाना होगा. पीएम मोदी ने कहा, नई नीति में पूरा फोकस बच्चों की प्रतिभा और च्वाइस के हिसाब से उन्हें स्किल्ड बनाने पर है. उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से देश में कॉलेजों में 55 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. देश में किये गए कई प्रयासों से यह परिणाम मिल रहा है कि दुनिया की नामी यूनिवर्सिटीज में अपने देश के शिक्षण संस्थानों को भी स्थान मिलने लगा है.
अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन
पीएम मोदी ने कहा कि अखिल भारतीय शिक्षा समागम का आयोजन उस धरती पर हो रहा हैं जहां पर आजादी से पहले देश की महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय की स्थापना हुई थी. मदन मोहन मालवीय ने यहां बीएचयू जैसे संस्थान का निर्माण किया था.
पीएम मोदी ने कहा कि अमृत काल में देश के अमृत संकल्पों को पूरा करने की बड़ी जिम्मेदारी हमारी शिक्षा व्यवस्था और युवा पीढ़ी पर है. काशी को भी मोक्ष की नगरी इसलिए कहते हैं, क्योंकि हमारे यहां मुक्ति का एकमात्र मार्ग ज्ञान को ही माना गया है. इसलिए शिक्षा और शोध का, विद्या और बोध का मंथन, जब सर्व विद्या के प्रमुख केंद्र काशी में होगा, तो इससे निकलने वाला अमृत अवश्य देश को नई दिशा देगा.
Addressing Akhil Bhartiya Shiksha Samagam in Varanasi. https://t.co/1SwbAU6HRE
— Narendra Modi (@narendramodi) July 7, 2022
आपको बता दें कि 7 से 9 जुलाई तक चलने वाले तीन दिवसीय इस समागम के कई सत्रों में बहु-विषयक और समग्र शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार, भारतीय ज्ञान प्रणाली, शिक्षा का अंतरराष्ट्रीयकरण, डिजिटल सशक्तिकरण के साथ-साथ ऑनलाइन शिक्षा, अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता, गुणवत्ता, रैंकिंग और प्रत्यायन, समान और समावेशी शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों की क्षमता निर्माण जैसे विषयों पर चर्चा होगी.