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हिजाब के खिलाफ पोस्ट लिखने वाले बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या, धारा 144 लागू

बंगलुरू,नवसत्ता: कर्नाटक के शिवमोगा में रविवार रात बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. तनाव बढ़ता देख शिवमोगा में धारा 144 लागू हुई. स्कूल-कॉलेज बंद कर दिये गये हैं. वहीं, इलाके में तनाव बढ़ते देख अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि बजरंग दल के जिस कार्यकर्ता की हत्या की गई है उसका नाम हर्ष है. रविवार रात उसकी चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई.

दरअसल, भगवा शॉल के समर्थन में हर्षा ने फेसबुक पर हिजाब के खिलाफ पोस्ट लिखी थी. ऐसे में पुलिस को शक है कि हर्ष की हत्या के पीछे हिजाब विवाद हो सकता है. हालांकि, सीधे तौर पर अभी पुलिस ने कुछ भी खुलासा नहीं किया है.
वहीं कर्नाटक के गृहमंत्री मृतक के परिजनों से मुलाकात की. बता दें कर्नाटक में हिजाब विवाद को लेकर बजरंग दल सर्वाधिक सक्रिय है. वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक घटना की जांच कर रही पुलिस फिलहाल इसे हिजाब विवाद से जोड़ रही है.

उपद्रवियों ने कई वाहनों में लगाई आग

इधर, घटना के बाद शिवमोगा में तनाव काफी बढ़ गया है. हत्या के विरोध में उपद्रवियों ने कई वाहनों में आग लगाई. एहतियातन इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है. बता दें, कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद मामले को लेकर पहले ही तनाव का माहौल है, ऐसे में बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या से इलाके में तनाव और बढ़ सकता है. एहतियात के तौर पर पुलिस ने शहर के स्कूलों और कॉलेजों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है.

हिजाब मामले की सुनवाई आज

कर्नाटक में हिजाब विवाद के बाद हाई कोर्ट में आज फिर से सुनवाई होनी है. इससे पहले हुई सुनवाई में कर्नाटक हाईकोर्ट ने धार्मिक कपड़ों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था. कोर्ट का कहना था कि फैसला आने तक हिजाब या भगवा शॉल पर रोक रहेगी. इसके अलावा कर्नाटक अल्पसंख्यक आयोग ने भी इसी तरह का आदेश जारी किया है.

गौरतलब है कि कर्नाटक के उडुपी से छिड़ा हिजाब विवाद कई और इलाकों में फैल गया है. स्कूल-कॉलेजों से लेकर सड़कों और सोशल मीडिया के वॉलपेपर पर इसके समर्थन और खिलाफ अभियान चल रहा है. हिजाब विवाद जनवरी महीने में उडुपी गवर्नमेंट प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज से शुरू हुआ था, जहां कुछ छात्राओं को हिजाब के कारण कॉलेज परिसर में जाने से रोका गया था. जिसके खिलाफ छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया. देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया की ये हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया.

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