लखनऊ,नवसत्ताः प्रदेश कांग्रेस के महिला सशक्तिकरण का मुद्दा अब सड़कों पर दिखने लगा है। विधानसभा चुनाव में जोर-शोर से जुटी पार्टी ने कल जहां राजधानी में अनुमति न मिलने पर योगी सरकार पर जमकर हमला बोला वहीं आज झांसी में हुई मैराथन में जिस तरह दस हजार से अधिक लड़कियों ने भागीदारी की उसके बाद पार्टी ने दावा किया है कि अब यह साफ है कि लड़की हूं लड़ सकती हूं नारे के साथ प्रदेश की हर एक लड़की जुड़ाव महसूस कर रही है।
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी व महासचिव प्रियंका गांधी की दो साल की मेहनत रंग लाती दिख रही है। जिस पार्टी को अभी तक प्रदेश में सबसे कमजोर माना जा रहा था वह सबसे अधिक चर्चा में है। धर्म व जाति के बजाय वर्ग के मुद्दे पर प्रदेश की आधी आबादी को टारगेट कर चलाये जा रहे अभियानों को आम जनता का समर्थन मिलता नजर आ रहा है। विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं को सशक्तीकरण का संदेश देने के लिए लड़की हूं लड़ सकती हूं नारे के साथ पार्टी ने आज राजधानी और झांसी में मैराथन का आयोजन किया था। राजधानी में प्रशासन की अनुमति न मिलने के कारण मैराथन नहीं हो सकी परन्तु झांसी में दस हजार से अधिक लड़कियों ने मैराथन में हिस्सा लिया।
मैराथन को लेकर कांग्रेस ने ट्वीट किया है, झांसी में बेटियों के रूप में उमड़ा ये जनसैलाब सीधे लखनऊ में बैठी अहंकारी भाजपाई हुकूमत की नींद उड़ाएगा। लड़की हूं, लड़ सकती हूं मैराथन के जरिए यूपी की बेटियां अपनी ताकत दिखा रही है। भाजपाई हुकूमत धाराओं की आड़ में इनकी आवाज बंद नहीं कर सकती।
मैराथन में पहले तीन स्थान पाने वाली महिलाओं को एक-एक स्कूटी पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी। चैथे से लेकर 25वां स्थान प्राप्त करने वाली प्रतिभागियों को स्मार्ट फोन दिए जाएंगे। इसके बाद अगले 100 स्थान प्राप्त करने वाली प्रतिभागियों को फिटनेस बैंड देकर पुरस्कृत किया जाएगा। प्रतिभागियों को मेडल और सर्टिफिकेट भी प्रदान किए जाएंगे।
इससे पूर्व आज लखनऊ में प्रशासन द्वारा मैराथन की अनुमति न दिये जाने के बावजूद भारी संख्या में 1090 चैराहे पहुंची लड़कियों ने योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत्र ने कल शाम एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लड़कियों की उड़ान और आवाज के इतने ज्यादा विरोधी हैं कि उन्होंने लखनऊ में मैराथन की परमीशन कैंसल कर दी। लेकिन लड़कियां सहेंगी नहीं। लड़कियां लड़ेंगी।