मेरठ,नवसत्ता: विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अवैध तमंचा फैक्ट्री का कारोबार जोरों पर है. दरअसल मेरठ के थाना इंचोली क्षेत्र में खेत के बीच में तमंचा बनाने के गोरखधंधा चल रहा था. जिस पर पुलिस ने अचानक मौके पर पहुंच कर छापा मार दिया.
इसके लिए बकायदा मशीनें लगाई गई थी. मिस्त्री, मजदूर और कारीगर मिलकर देसी तमंचा तैयार कर रहे थे. इन देसी तमंचा को बनाने में इन लोगों को महारथ हासिल है. इसीलिए डिमांड भी ज्यादा है. तमंचा सप्लाई करने के लिए बकायदा सेलिंग एजेंट भी नियुक्त किए थे, जो एक तमंचे को तीन से पांच हजार में बदमाशों को बेच देते थे.
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली जिसके बाद थाना इंचोली पुलिस ने खेत के बीच में चल रही तमंचा फैक्ट्री पर छापा मार दिया. खेत में तमंचे की फसल देखकर पुलिस के होश उड़ गए.
अलग-अलग तरह के कुछ बने और कुछ अधबने देसी तमंचे बरामद किए गए हैं. जिसके बाद पुलिस ने हथियार तैयार करने का सामान भी बरामद किया और तमंचा फैक्ट्री में काम कर रहे पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गिरोह का सरगना पहले भी तमंचा सप्लाई के मामले में जेल जा चुका है. इन दिनों पुलिस ने अवैध हथियार बनाने वालों पर फोकस बना रखा है. जिसके चलते लगातार हथियार फैक्ट्री पकड़ी जा रही है.
बता दें कि पिछले कई दिनों में पुलिस ने कई तमंचा फैक्ट्री पर छापा मारा. मेरठ के लिसाड़ी गेट, किठौर, राधना और खरखोदा अवैध तमंचा फैक्ट्री के प्रमुख केंद्र रहे हैं.