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राकेश टिकैत ने बताया कब जाएंगे घर, तत्काल वापस नहीं होगा आंदोलन

अभी नहीं खुलेंगे दिल्ली के बॉर्डर

संसद में रद्द किया जाए कृषि कानून

न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत अन्य मसलों पर भी हो बातचीत

नई दिल्ली,नवसत्ता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून वापस लेने का ऐलान करते हुए किसानों से घर लौटने की अपील की है. जिस पर किसान नेता राकेश टिकैत ने तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसानों का आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा.

बता दें कि गुरुपर्व के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद किसान समाज में हर्ष का माहौल है. दिल्ली के गाजीपुर बार्डर पर जलेबी बांटी गई. इन सबके बीच किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने संकेत दिए हैं कि वे किसान आंदोलन तत्काल वापस लेने के मूड में नहीं हैं. उन्होंने ये भी साफ किया है कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ-साथ किसानों से संबंधित दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करे.

पालघर में राकेश टिकैत ने कहा कि अगर समझने में एक साल लगा तो देश बर्बाद हो जाएगा. 750 किसानों के आस पास किसान शहीद हो गए. हम लोग 1 साल से आंदोलन कर रहे हैं. देश की राजधानी को घेर कर रखे हुए हैं. ये सरकार के लिए शर्म की बात है.

किसान संगठनों की ‘महाबैठक’ कल
कृषि कानूनों की वापसी पर कल किसान संगठनों की ‘महाबैठक’ होगी. इस अहम बैठक में आगे की रणनीति पर फैसला होगा. कृषि कानून रद्द होने पर ऑल इंडिया किसान सभा महासचिव हन्नान मौला ने दिल्ली में कहा, ‘मैं इस घोषणा का स्वागत करता हूं. जब तक सदन से इस घोषणा पर कार्यवाही नहीं होती है तब तक यह कोशिश संपूर्ण नहीं होगी. इससे हमारे किसानों की समस्या हल नहीं होगी. एमएसपी के लिए हमारा आंदोलन जारी है और जारी रहेगा.’

संसदीय प्रक्रियाओं के माध्यम से घोषणा के प्रभावी होने की प्रतीक्षा
संयुक्त किसान मोर्चा ने पीएम मोदी के ऐलान पर कहा कि मोर्चा इस निर्णय का स्वागत करता है और उचित संसदीय प्रक्रियाओं के माध्यम से घोषणा के प्रभावी होने की प्रतीक्षा करेगा. मोर्चा ने कहा कि प्रधानमंत्री को यह भी याद दिलाया कि किसानों का आंदोलन न केवल तीन काले कानूनों को निरस्त करने के खिलाफ है, बल्कि सभी कृषि उत्पादों तथा सभी किसानों के लिए लाभकारी मूल्य की वैधानिक गारंटी के लिए भी है. किसानों की यह अहम मांग अभी बाकी है. मोर्चा इन सभी घटनाक्रमों पर ध्यान देगा, जल्द ही अपनी बैठक करेगा और आगे के निर्णयों की घोषणा करेगा.

पीएम मोदी ने आज क्या कहा
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया है. उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘मैं आपको, पूरे देश को, ये बताने आया हूं कि हमने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है. इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर देंगे.’

पीएम मोदी ने कहा, ‘आज ही सरकार ने कृषि क्षेत्र से जुड़ा एक और अहम फैसला लिया है. जीरो बजट खेती यानि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए, देश की बदलती जरुरतों को ध्यान में रखकर क्रॉप पैटर्न को वैज्ञानिक तरीके से बदलने के लिए एमएसपी को और अधिक प्रभावी तथा पारदर्शी बनाने के लिए, ऐसे सभी विषयों पर, भविष्य को ध्यान में रखते हुए, निर्णय लेने के लिए, एक कमेटी का गठन किया जाएगा. इस कमेटी में केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के प्रतिनिधि होंगे, किसान होंगे, कृषि वैज्ञानिक होंगे, कृषि अर्थशास्त्री होंगे. देश के कोने-कोने में कोटि-कोटि किसानों ने, अनेक किसान संगठनों ने, इसका स्वागत किया, समर्थन किया. मैं आज उन सभी का बहुत आभारी हूं.’

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