नई दिल्ली,नवसत्ता : चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी युवा नेताओं के साथ मिलकर ताकत बढ़ाने में जुटी हुई है. जानकारी के मुताबिक जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी 28 सितंबर को कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. वहीं कई वरिष्ठ नेता कन्हैया की संभावित एंट्री से अपनी वैल्यू कम होने की आशंका जता रहे हैं. हालांकि इन अटकलों पर बिहार कांग्रेस का कोई भी नेता कुछ भी खुलकर बोलने से परहेज कर रहा है. इससे पहले कन्हैया कुमार ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता अशोक चौधरी से भी मुलाकात की थी. उनकी इस मुलाकात की भी सियासी गलियारों में काफी चर्चा हुई थी. लेकिन इसका कोई परिणाम नहीं निकला.
दरअसल, हाल ही में कन्हैया कुमार ने इस बारे में राहुल गांधी से मुलाकात की थी जिसके बाद से ही राजनीतिक गलियारे में अटकलें तेज हो गई थीं. जिस पर कई राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कन्हैया सिर्फ बिहार तक ही सीमित नहीं रहेंगे उन्हें पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर भी मैदान में उतार सकती है. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी से पहले कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी ने माहिर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से भी मुलाकात की थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी को राय दी थी कि पुराने नेताओं का असर अब कांग्रेस पार्टी में समाप्त हो गया है इसलिए अब युवाओं को मौका देना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसकी भरपाई कन्हैया और जिग्नेश की एंट्री से की जा सकती है. कन्हैया कुमार बीते डेढ़ सालों से राजनीति में कम ही सक्रिय नजर आ रहे हैं. प्रशांत किशोर का कहना है कि कन्हैया का भाषण देने का अंदाज वोटरों को लुभा सकता है.