पणजी,नवसत्ता : गोवा में विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उत्तराखंड की तरह गोवा में भी बेरोजगारी का मुद्दा उठाया. उन्होंने गोवा की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां बिना सिफारिश या रिश्वत दिए सरकारी नौकरी नहीं मिलती है. यहां सीएम केजरीवाल ने रोजगार से सम्बंधित सात बड़े ऐलान किए.
1. हर सरकारी नौकरी पर गोवा के आम युवा का हक होगा. आप सिस्टम को पारदर्शी बनाएगी.
2. सूबे के हर घर से एक बेरोजगार युवा को नौकरी देने के लिए बंदोबस्त किया जाएगा.
3. जब तक इस तरह के युवा को रोजगार नहीं मिल पाता है, तब तक उसे तीन हजार रुपए प्रति माह बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा.
4. 80 फीसदी नौकरियां सूबे के युवाओं के लिए आरक्षित रहेंगी. प्राइवेट नौकरियों में भी ऐसी व्यवस्था के लिए कानून लाया जाएगा.
5. कोरोना के कारण गोवा के पर्यटन पर खासा असर पड़ा. ऐसे में टूरिज्म पर निर्भर लोगों का रोजगार जब तक पटरी पर नहीं आता, तब तक उन परिवारों को पांच हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे.
6. माइनिंग पर निर्भर परिवारों को भी उनका काम चालू होने तक पांच हजार रुपए प्रति माह दिए जाएंगे.
7. नौकरियों के सृजन के लिए स्किल यूनिवर्सिटी खोली जाएगी.
गोवा में चुनाव लडऩे की घोषणा के बाद पिछले दो महीने में केजरीवाल का यह दूसरा दौरा था. अपने पिछले दौरे में अरविंद केजरीवाल ने 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया था. केजरीवाल ने कहा, युवा मुझसे कहते थे कि अगर किसी को यहां पर सरकारी नौकरी चाहिए, तो उनकी किसी मंत्री से पहचान होनी चाहिए. गोवा में बगैर घूस/सिफारिश के सरकारी नौकरी मिलना असंभव है. हम इस चीज को खत्म करेंगे. गोवा की सरकारी नौकरियों पर यहां के युवा का हक होगा.