Navsatta
खास खबरदेशविदेश

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना भारत, पाकिस्तान परेशान

नई दिल्ली, नवसत्ता : भारत दुनिया की सबसे शक्तिशाली संस्था संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बन गया है। जिसमें भारत का कार्यकाल एक महीने का रहने वाला है। भारत का पहला कार्यकारी दिवस कल यानि दो अगस्त को होगा। इस दौरान वह तीन प्रमुख क्षेत्रों समुद्री सुरक्षा, शांतिरक्षा और आतंकवाद को रोकने संबंधी विशेष कार्यक्रमों की मेजबानी करने के लिए तैयार है।

इन सब के बीच पाकिस्तान और चीन को अपनी पोल खुलने का डर सताने लगा है। दोनों देशों को लग रहा है कि भारत कहीं दुनिया के अन्य देशों के सामने उनकी छवि न खराब कर दे। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने उम्मीद जताई कि भारत अपने कार्यकाल के दौरान निष्पक्ष होकर काम करेगा और सही फैसला लेगा।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हाफीज चौधरी ने कहा भारत अपने कार्यकाल के दौरान प्रासंगिक नियमों और मानकों का पालन करेगा। इसके अलावा पाकिस्तान ने एक बार फिर से जम्मू कश्मीर का भी जिक्र किया। पाकिस्तान ने कहा कि भारत का अध्यक्ष बनने का अर्थ ये भी है कि पाकिस्तान जम्मू कश्मीर के मुद्दे को इस मंच पर नहीं उठा सकेगा।

वहीं यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि अपनी अध्यक्षता के दौरान, भारत तीन बड़े क्षेत्रों-समुद्री सुरक्षा, शांतिरक्षण और आतंकवाद रोकथाम के संबंध में तीन उच्च स्तरीय प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। तिरुमूर्ति ने कहा, समुद्री सुरक्षा हमारी उच्च प्राथमिकता है और सुरक्षा परिषद के लिए इस मुद्दे पर समग्र रूप से रुख अपनाना जरूरी है।

दूसरे कार्यक्रम शांतिरक्षा में हमारी अपनी लंबी और अग्रणी भागीदारी को देखते हुए यह दिल के करीब है। उन्होंने कहा, भारत शांतिरक्षकों की सुरक्षा करने के विषय पर ध्यान केंद्रित करेगा। तीसरे-आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे रहने वाले देश के रूप में, भारत आतंकवाद को रोकने के प्रयासों पर लगातार बल देता रहेगा।

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि हम एक अगस्त से यूएनएससी की अध्यक्षता संभालने जा रहे हैं। इस दौरान भारत अन्य सदस्यों के साथ सहयोगात्मक रूप से काम करने के लिए तत्पर हैं। भारत हमेशा से संयम की आवाज, संवाद का हिमायती और अंतरराष्ट्रीय कानून का समर्थक रहा है और रहेगा।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि हमारे पीएम नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे जिन्होंने यूएनएससी की बैठक की अध्यक्षता करने का फैसला किया है। यूएनएससी पर यह हमारा आठवां कार्यकाल है।

उन्होंने कहा कि 75 से अधिक वर्षों में, यह पहली बार है जब हमारे राजनीतिक नेतृत्व ने यूएनएससी के किसी कार्यक्रम की अध्यक्षता करने में रुचि दिखाई है। यह दर्शाता है कि हमारे नेता सामने से नेतृत्व करना चाहते हैं। यह यह भी दर्शाता है कि भारत और उसके राजनीतिक नेतृत्व ने विदेश नीति उपक्रमों में कितनी मजबूती से काम किया।

भारत सुरक्षा परिषद के जरिए पाकिस्तान, तालिबान और चीन की नापाक चाल को मात दे सकता है। पाकिस्तान हमेशा से ही भारत की अफगानिस्तान में मौजूदगी का विरोध करता रहा है।

सबसे अहम बात यह है कि भारत ने अगले एक महीने के कार्यकाल के दौरान जो प्रोग्राम ऑफ वर्क बनाया है, उसमें चीन और पाकिस्तान पर नकेल कसना शामिल है। भारत आतंकवाद विरोधी अभियान और समुद्री नौवहन सुरक्षा पर चर्चा करने जा रहा है। इनसे पाकिस्तान और चीन का चिढऩा तय है।

संबंधित पोस्ट

डीएम और एसएसपी को जिले स्‍तर पर ही निपटानी होगी व्‍यापारियों की समस्‍याएं, सीएम ने दिए निर्देश

navsatta

दो महिला लेखपालों की दबंगई का वीडियो वायरल

navsatta

संघ का आश्रय केंद्र आज से शुरु जिसमें मिलेगा भोजन दवा और योग का प्रशिक्षण

navsatta

Leave a Comment