मोहम्मद कलीम खान
अमेठी, नवसत्ता : इस कोरोना महामारी में जहां लोग आर्थिक समस्या का सामना कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग और विभाग इसे अवसर के रूप में देख रहे हैं। इसकी एक बानगी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिलोई में देखने को मिली जहां के प्रभारी के निर्देशन में अवैध वसूली हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक अवैध वसूली का ताजा मामला सीएचसी तिलोई का है जिसमें प्रसव कराने गए युवक से पत्रकारों द्वारा पूछा गया तो पता चला कि प्रसव कराने के लिए आए हुए हैं l उसने बताया कि प्रसव कराने के नाम पर सीएचसी में अवैध वसूली किया जा रहा है। प्रसव के नाम पर ₹ 1500 से ₹ 2000 वसूली किया जा रहा था।
जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में निशुल्क प्रसव कराने का फरमान जारी है। आरोप लगाया कि सुबह 7:00 बजे प्रसव कराने आए युवक से सीएचसी तिलोई की स्टाफ नर्स सविता द्वारा युवक से पैसों का डिमांड किया गया जबकि युवक के बार बार मना करने के बावजूद पैसे देने का लगातार दबाव बनाया जा रहा था। युवक ने किसी से उधार लाकर स्टाफ नर्स को बारह सौ रुपए दिए उसके बाद उसकी पत्नी का प्रसव कराया गया। स्टाफ नर्स से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सीएचसी अधीक्षक को देना पड़ता है। जब इस बारे में सीएचसी अधीक्षक के मोबाइल नम्बर 87075 89151 पर बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने अपनी काल दूसरे नम्बर पर फारवर्ड कर रखी है। फिलहाल आरोपी ने अपने रिकॉर्ड वीडियो में नर्स द्वारा प्रसव कराने हेतु रुपये दिए जाने का आरोप लगाया है। वहीं एक दूसरे वीडियो में स्टाफ द्वारा रुपये के लेनदेन की बातें की जा रही है।