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नहीं लगाने होंगे बैंकों के चक्कर,घर बैठे होगी केवाईसी

कोरोना लोन के जरिये आम आदमी को राहत दिलायेगा रिजर्व बैंक
इमरजेंसी हेल्थ सेवा के लिए 50,000 करोड़ रुपए

नई दिल्ली,नवसत्ताःयदि आपका बैंक खाता केवाईसी (KYC) न होने के कारण बंद है या नया खाता खुलवाना है तो अब आप घर बैठे वीडियो केवाईसी के जरिये आप ये काम करा सकते हैं। कोरोना महामारी के दौर में आम आदमी को यह बड़ी राहत देते हुए कई और अहम ऐलान किये हैं। आरबीआई (RBI) ने बैंकों को कोविड लोन बुक बनाने के लिए कहा है। बैंकों को 3 साल के लिए रेपो रेट पर पैसा मिलेगा। अगर आसान शब्दों में कहें तो 4 फीसदी ब्याज दर पर उन्होंने पैसा मिलेगा। आरबीआई के इस कदम से छोटे बिजनेसमैन को बड़ा फायदा होगा। उन्होंने सस्ती दरों पर पैसा मिल जाएगा। इसके अलावा आरबीआई ने इमरजेंसी हेल्थ सेवा के लिए 50,000 करोड़ रुपए देने का एलान किया है।

केवाईसी के लिए बैंक जाने से छूट
प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने बातया कि नए नियम के बाद अब केवाईसी के लिए बैंक जाने की जरूरत नहीं है। अब आधार ई.केवाईसी के जरिए प्रमाणित हो जाएगा। नए नियमों के तहत केवाईसी के विस्तार वीडियो आधारित ग्राहक पहचान प्रक्रिया ;वी.सीआईपी के रूप में हो सकेगा।
दरअसल केवाईसी के तहत बैंक अपने ग्राहकों की पहचान के बारे में जानकारी लेता है। जब भी कोई ग्राहक बैंक खाता खुलवाने जाता है तो उसे अपनी पहचान के बारे में जानकारी देनी होती है। ताकि बैंकिंग सर्विसेज का दुरुपयोग न हो सके। हाई रिस्क कस्टमर्स के लिए यह हर दो साल में अपडेट करानी होती है। वहीं मीडियम रिस्क में यह 8 साल में अपडेट होती है। जबकि लो रिस्क कैटेगरी में इसे 10 साल में अपडेट कराना होता है।
वीडियो केवाईसी को मंजूरी देकर कोरोना काल में लोगों की मुश्किलें आसान कर दी है। वीडियो ज्ञल्ब् के जरिए कोई भी ग्राहक घर बैठे अपना खाता खुलवाने के लिए केवाईसी करा सकता है। वीडियों केवाईसी का एक बड़ा लाभ यह भी है कि इसमें फिजिकल दस्तावेजों की जरुरत नहीं होती लिहाजा यह ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। इससे बैंक की भी झंझट कम हो सकेंगी और आम लोगों को भी बैंक के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

इमरजेंसी हेल्थ सेवा के लिए 50,000 करोड़ रुपए का बूस्टर
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गर्वनर ने बताया कि अर्थव्यवस्था रिकवरी मोड में है, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर अर्थव्यवस्था में चिंताएं बढ़ सकती है। इसीलिए आरबीआई गर्वनर दास ने इमरजेंसी हेल्थ सेवा के लिए 50,000 करोड़ रुपए देने का एलान किया है। इसके जरिए बैंक वैक्सीन मैन्युफैक्चर्स, वैक्सीन ट्रांसपोर्ट, एक्सपोर्टर्स को आसान किस्तों पर लोन उपलब्ध कराएंगे। इसके अलावा हॉस्पिटल्स, हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स को भी इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा, प्राइरोरिटी सेक्टर के लिए जल्द लोन और इंसेंटिव दिया जाएगा। आरबीआई के इस कदम से जहां वैक्सीन उत्पादन बढ़ेगा वहीं आम लोगों को सरकार जल्द से जल्द वैक्सीन लगवा सकेगी।

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