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क्षेत्रीय

अभी तक नहीं शुरू हो पाया गावों में सैनेटाइजेशन का कार्य,हर तरफ़ गंदगी का अंबार

अमित श्रीवास्तव

रायबरेली, नवसत्ता : विकास खण्ड शिवगढ़ के गांवों में अभी तक सैनेटाइजेशन कार्य नहीं देखने को मिल रहा है, जबकि वीकेंड लॉक डाउन की घोषणा के समय इस बात की भी घोषणा की गईं थी कि वीकेंड लॉक डाउन में प्रशासन द्वारा सैनेटाइजेशन कार्य किया जायेगा। कोरोना वायरस की दूसरी लहर काफी घातक प्रतीत हो रही है। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में दिन-प्रति-दिन बढ़ोत्तरी होने के साथ ही कोरोना संक्रमण से हो रही मौतों से समूचे देश में कोहराम मचा हुआ है। ना अस्पतालों में बेड मिल रहे हैं और ना ही ऑक्सीजन। समय पर ऑक्सीजन न मिलने की वजह से प्रतिदिन अनगिनत मरीजों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। इसके साथ ही सर्दी,खांसी, जुखाम,बुखार और संक्रामक बीमारियों से ग्रसित मरीजों की लगातार मौतें हो रही हैं। आलम यह है कि रायबरेली जिले के 43 ग्राम पंचायतों वाले शिवगढ़ क्षेत्र में कई ग्राम पंचायतों में कोरोना संक्रमण से कई मौतें हो चुकी हैं। कई ग्राम पंचायतें तो ऐसे ही हैं जहां 4-6 मौतें हो चुकी हैं।
संक्रामक बीमारियों से लगातार हो रही मौतों से जिम्मेदार सबक लेने के बजाय गहरी नींद में सो रहे हैं। सबसे बड़ी विडम्बना है कि शासन के निर्देश के बावजूद शिवगढ़ क्षेत्र की अधिकांश ग्राम पंचायतों में अभी तक न ही सैनिटाइजेशन कराया गया और ना ही साफ सफाई कराई गई। गांवों में गन्दगी का अम्बार है,नालियां बजबजा रही हैं, जिसकी सुध लेने वाला कोई नही है। देश की मोदी सरकार ने भले ही करोड़ों रुपये खर्च करके हर घर में शौचालय बनवा दिया हो, परन्तु अभी भी कुछ गांव ऐसे है जहां गांव के लोगों ने आसपास सड़क पर शौच एवं गंदगी कर रखी है जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। शिवगढ़ क्षेत्र की कुछ ग्राम पंचायतों को छोड़कर बाकी अधिकतर सभी ग्राम पंचायतो में गंदगी की भरमार देखने को मिल सकती है। कुछ गांवों के जागरूक निवर्तमान प्रधानों ने लोगों को महामारी से बचाने के लिए अपने स्तर से गांवों में सैनिटाइजेशन कराने का काम किया है। वहीं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पानी की तरह रुपये बहाने वाले जनप्रतिनिधि आज मौन हैं। ग्रामीणों को महामारी एवं संक्रामक बीमारियों से बचाने के लिए कोई भी जनप्रतिनिधि अथवा कोई जिम्मेदार अधिकारी आगे आता नही दिखाई पड़ रहा है। कुछ गांवों में तो नालियां न होने के कारण लोगों के घरों के नाबदान का गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है, कुछ ग्रामीणों का कहना है कि गंदगी के कारण गांव में संक्रमण का खतरा और भी बढ़ जाता है। कुछ गांवों के लोग तो यहां तक कहते हैं कि गांव में साफ़ सफाई न होने के कारण उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र भी दिया गया, परन्तु कोई कार्यवाई नहीं की गई।

क्या कहते हैं जिम्मेदार-

‘सभी सफाई कर्मियों का मतगणना प्रशिक्षण चल रहा है। जिसके चलते गांवों में सैनिटाइजेशन का कार्य नहीं हो पा रहा है। मतगणना समाप्त होने के बाद गांवों में सैनिटाइजेशन कराया जाएगा। – ‘अजय कुमार सिंह’ खण्ड विकास अधिकारी शिवगढ़।

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