श्रीगंगानगर, नवसत्ता : राजस्थान के चूरू में महिला थाने से इंसास राइफल चुराने के मामले में थाने की महिला कांस्टेबल सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
चूरू कोतवाली थाना के प्रभारी सुभाष कच्छावा ने बताया कि इस मामले में महिला थाने में पदस्थापित कांस्टेबल लीलावती (40) और अदालत के कर्मचारी प्रकाश को गिरफ्तार किया गया है। महिला थाना प्रभारी सतपाल विश्नोई ने इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
महिला कांस्टेबल ने यह हरकत थाना प्रभारी और थाने के हेड मोहर्रिर को सबक सिखाने की नियत से की, लेकिन सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ने उसकी करतूत को उजागर कर दिया। श्री कच्छावा ने बताया कि लीलावती की गुरुवार अपराह्न दो बजे तक महिला थाना में संतरी पहरा की ड्यूटी थी। इस ड्यूटी के लिए थाने से उसको इंसास राइफल दी गई थी। ड्यूटी खत्म होने के बाद वह हेड मोहर्रिर कार्यालय के अंदर बने हुए स्टोर/रिकॉर्ड रूम में इंसास राइफल रखने गई तो वहां रखी एक नई इंसास राइफल को चुपके से उठा ले गई।
वह थाना से लगभग आधा किलोमीटर दूर किराए के एक मकान में रहती थी। उसने उसके नजदीक रह रहे प्रकाश के घर में छुपा दी। थाने के स्टाफ को लगभग दो-ढाई घंटे बाद राइफल गायब होने का पता चला। इससे थाने में हड़कंप मच गया। थाने के अंदर बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। कैमरों को चेक करने पर वह फुटेज में लीलावती थाने से इंसास राइफल लेकर निकलते हुए और आगे कुछ अन्य स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों में घर की तरफ जाते हुए दिखाई दे गई। इस पर थाना प्रभारी सतपाल बिश्नोई कई पुलिसकर्मियों को लेकर लीलावती के घर पहुंचे तो उसने दरवाजा नहीं खोला। कोतवाली प्रभारी सुभाष कच्छावा के अनुसार लीलावती बहाना बनाती रही और इसी बीच वह राइफल लेकर मकान की छत से पीछे रहने वाले अदालत के कर्मचारी प्रकाश के मकान में चली गई। प्रकाश के घर में रायफल छुपा कर रख दी। इसके बाद में लीलावती ने दरवाजा खोला। घर की तलाशी लेने पर राइफल नहीं मिली। इसी दौरान शक के आधार पर राइफल प्रकाश के घर से बरामद हो गई।
पुलिस ने दोनों को अदालत में पेश किया जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
With Input : UNI
Posted By : Garima