अहमदाबाद, नवसत्ता: अहमदाबाद में हुए विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा जारी किए जाने के बाद 12 जून से अब तक की घटनाओं की पूरी जांच रिपोर्ट पेश की गई। आखिर उस दौरान से अबतक जांच में क्या निकला इस जानकारी को इस पूरी खबर में विस्तार से बताया गया है।
📄 AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे
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विमान के दोनों इंजन टेकऑफ के मात्र 3 सेकंड बाद ईंधन आपूर्ति रुकने से बंद हो गए।
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कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) को घटनास्थल से क्रमशः 13 और 16 जून को बरामद किया गया।
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ब्लैक बॉक्स का विश्लेषण 24 जून से AAIB की दिल्ली स्थित लैब में शुरू हुआ।
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25 जून को ‘क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल’ (CPM) से डेटा सफलतापूर्वक डाउनलोड किया गया।
🧪 जांच प्रक्रिया और अंतरराष्ट्रीय निगरानी
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13 जून को जांच टीम गठित हुई, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृह सचिव ने की।
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ICAO (अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन) के विशेषज्ञ को जांच में पर्यवेक्षक के रूप में जोड़ा गया।
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DGCA ने सभी ड्रीमलाइनर विमानों की सुरक्षा जांच के आदेश दिए।
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एयर इंडिया ने अपने बोइंग 777 बेड़े की भी विशेष जांच शुरू की।
🧍♂️ पीड़ितों और परिवारों के लिए राहत प्रयास
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एयर इंडिया की मूल कंपनी टाटा संस ने 1-1 करोड़ रुपये मुआवजा देने की घोषणा की।
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इसके अलावा, 25 लाख रुपये का अंतरिम राहत पैकेज भी दिया गया।
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प्रभावित परिवारों के लिए मनोवैज्ञानिक सहायता टीम तैनात की गई है।
🌍 मृतकों की राष्ट्रीयता और पहचान
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विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, 1 कनाडाई नागरिक सवार थे।
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यात्रियों में 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे, और 2 नवजात शामिल थे।
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29 लोग जमीन पर हादसे की चपेट में आकर मारे गए।
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सभी शवों की पहचान डीएनए टेस्ट के माध्यम से की गई।
🛑 निष्कर्ष: भारत की एविएशन इंडस्ट्री के लिए चेतावनी
यह दुर्घटना बोइंग 787-8 की पहली बड़ी घातक दुर्घटना थी जिसमें विमान पूरी तरह नष्ट हो गया। AAIB की रिपोर्ट ने स्पष्ट किया है कि तकनीकी गड़बड़ी और ईंधन आपूर्ति में बाधा इस त्रासदी का कारण बनी। यह रिपोर्ट न केवल एयर इंडिया, बल्कि भारत की संपूर्ण उड्डयन सुरक्षा प्रणाली के लिए एक चेतावनी है।