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कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को सीएम योगी का तोहफा, बाल सेवा योजना की शुरुआत किया,18 वर्ष तक मिलेंगे चार हजार रुपये

लखनऊ, नवसत्ता: सीएम योगी ने बाल सेवा योजना की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत अनाथ बच्चों को 18 वर्ष तक 4000 रुपए प्रतिमाह दिया जायेगा।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने कई बच्चों के सर से उनके माता-पिता का साया छीन लिया। उत्तर प्रदेश में भी इस महामारी ने जमकर तबाही मचाई। वहीं, यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने ऐसे बच्चों के लिये विशेष योजना की शुरुआत की है। इसका नाम मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना दिया गया है। मुख्यमंत्री की इस विशेष योजना से बच्चों को बड़ी राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से जिन बच्चों को लाभान्वित किया जाना है, उनकी श्रेणी विभाग की ओर से तय कर दी गई है।
योजना में शून्य से 18 साल के ऐसे बच्चे शामिल किए जाएंगे, जिनके माता-पिता दोनों की मृत्यु कोविड काल में हो गयी हो, या माता-पिता में से एक की मृत्यु एक मार्च 2020 से पहले हो गयी थी और दूसरे की मृत्यु कोविड काल में हो गयी, अथवा दोनों की मौत एक मार्च 2020 से पहले हो गयी थी और वैध संरक्षक की मृत्यु कोविड काल में हो गयी।
इसके अलावा शून्य से 18 साल के ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु कोविड काल में हो गयी हो और वह परिवार का मुख्य कर्ता हो और वर्तमान में जीवित माता या पिता सहित परिवार की आय दो लाख रूपये प्रतिवर्ष से अधिक न हो को भी योजना में शामिल किया गया है।
बता दें कि, इस योजना का उद्देश्य परेशान बच्चों को तुरंत मदद पहुंचाना और उनको गलत हाथों में जाने से बचाना है। इस योजना के तहत अनाथ हुए बच्चों के भरण-पोषण, शिक्षा, चिकित्सा व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जाएगा.
आपको बता दें कि शुक्रवार को बलिया और वाराणसी के दौरे पर रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री जेल रोड स्थित एशियन सहयोगी संस्था द्वारा संचालित बाल आश्रय गृह पर भी गए। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद सभी बच्चों को दुलारा, उनका नाम पूछा। बच्चों ने जब सीएम योगी को गायत्री मंत्र व महामृत्युंजय मंत्र सुनाया तो वह प्रसन्न हो गए। एक मासूम बच्ची ने मुख्यमंत्री को अंग्रेजी का अल्फाबेट सुनाया। बच्चों ने उन्हें योग के बारे में भी बताया।
अभिभावक की भूमिका में यहां नजर आ रहे मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों को वस्त्र व उपहार प्रदान किया। सभी को खूब मन लगाकर पढऩे को प्रेरित किया। सीएम ने आश्रय गृह की संचालिका उषा दास से कहा कि बच्चों की परवरिश व शिक्षा में कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए, सरकार हर संभव मदद देगी। संचालिका ने बताया कि यहां इस समय कुल 40 बच्चेहैं। 22 बच्चें शून्य से लेकर 2 साल तक के हैं, बाकी 18 बच्चे 2 से लेकर 6 वर्ष के।

Posted By : Ruchi Mishra

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