कारोबारी के बेटे को अगवा कर हत्या
महज 20 दिन में जनपद में लगी हत्याओं की हैट्रिक!जनता में खौफ
अक्षय मिश्रा
रायबरेली/ऊंचाहार – जहां एक तरफ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ क्राइम कंट्रोल करने में कसीदे पड़ रहे हैं तो वही रायबरेली जनपद में आए दिन हो रही ये वारदातें सरकार व सरकारी तंत्रों पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं जनपद में बीते 20 दिनों के अंदर तीन हत्याए हो चुकी है, अपराध का इस कदर बढ़ाना रायबरेली का प्रशासन हो या फिर आम जनमानस सबके लिए चिंता का विषय है। आखिर क्यों पुलिस अपराधियों को समय पर धर पकड़ करने में नाकाम है क्या सरकारी तंत्रों में कोई कमी है या फिर अपराधी पुलिस से ज्यादा शातिर ? ताजा मामला जनपद के ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र का है जहां पर एक दिन पहले अपहरण का मुकदमा अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ लिखा जाता है जिनको पकड़ने में ऊंचाहार पुलिस नाकाम रहती है वहीं दूसरे दिन अपहरण हुए व्यापारी युवक का दूर खेतों में शव पाया जाता है, इसके बाद व्यापारियों व आम जनमानस क्रोध बेकाबू हो जाता है, जिसके बाद पूरा पुलिस बल उनको संभालने के लिए लग जाता है अगर अपहरण होने के बाद इसी शक्ति के साथ पुलिस उस युवक की तलाश करती है तो शायद आज पुलिस को जनता के यह भयावय रूप का सामना ना करना पड़ता, वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि घटना होने के बाद जिस प्रकार पुलिस बल अपना प्रयोग करती है उसी तेजी से अपराधियों की धर पकड़ करने लगे तो नाजरा कुछ और ही होता आज फिर किसी के घर का चिराग किसी बहन का भाई देश का भविष्य इस दुनिया को अलविदा ना कहता।अगर वहीं घटना होने के पहले पुलिस अपराधियों को पकड़ने में सजग हो जाए तो काफी मामले होने से के पहले बच सकते हैं
आपको बता दे की ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र में कारोबारी के बेटे को अगवा करके उसकी हत्या कर दी गई है। मामला सामने आने के बाद व्यापारियों में गुस्सा है और उन्होंने लखनऊ-प्रयागराज मार्ग पर जाम लगा दिया है.
व्यापारियों का फूटा गुस्सा, हाइवे चक्का जाम।
व्यापारियों का कहना है कि अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो शोभित जिंदा होता. पुलिस घटना होने तक का इंतजार क्यों करती है घटना होने के बाद दोषियों पर कार्यवाही होती इससे किसी के घर का चिराग वापस नहीं आ सकता।इस हत्याकांड से पुलिस में हड़कंप मच गया है. युवक को दर्दनाक मौत दी गई है. उसका शव खेत में पड़ा मिला है. फिलहाल पुलिस ने मामले में 2 लोगों को हिरासत में लिया है.
सिर्फ 20 साल का था शोभित
ये पूरा मामला ऊंचाहार कस्बे से सामने आया है. यहां संचालित मां ज्वेलर्स नाम की अपनी दुकान पर 20 साल का शोभित कौशल बैठा था. तभी दो युवक आए और उसे अपने साथ बाइक पर ले गए.मिली जानकारी के मुताबिक, उसी दौरान शोभित के पिता दुकान पर आ गए और धर्मेंद्र पासी नाम के उस युवक को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया. पीड़ित परिवार और कारोबारियों का आरोप है कि ऊंचाहार पुलिस ने इस मामले में घोर लापरवाही करते हुए न तो धर्मेंद्र से पूछताछ की और न ही शोभित को खोजने की कोशिश की।
सीओ के पहुंचने के बाद एक्टिव हुई पुलिस
बता दें कि 12 घंटे बाद जब खुद सीओ मौके पर पहुंचे तो पुलिस ऐक्टिव हुई. मगर तब तक शोभित की लाश पुलिस को सरपतहा पुल के बार बरामद हो गई. बेटे की मौत से परिवार में हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. युवक को दर्दनाक हत्या के बात ऊंचाहार ही नहीं बल्कि पूरे जनपद में सनसनी फैली हुई है।
आंखों में आंसु व रोती आवाज में पिता ने पुलिस को कोसा
जवान बेटे का यूं बेवजह चले जाने के ग़म में व्यापारी राकेश कौशल का दिल बैठ चुका है वह अपनी बहती अश्रु धारा के बीच लड़खड़ाती आवाज में अपने बेटे को याद करके बार पुलिस पर आरोप लगा कर कह रहे हैं अगर हमारी रक्षक समय पर चेत जाती तो आज मेरे लाडला हमारे बीच होता पुलिस की इस लापरवाही से मेरा बेटा चला गया है, राकेश कौशल के मुताबिक उनका बेटा शोभित दुकान में बैठा था. तभी दो युवक आए और उसे अपने साथ बाइक पर ले गए. थोड़ी देर बाद अगवा करने वाले युवकों में से एक युवक बाइक लेकर वापस आया और दुकान की तिजोरी खोलने की कोशिश करने लगा.उसी दौरान शोभित के पिता दुकान पर आ गए और धर्मेंद्र पासी नाम के उस युवक को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया। अगर पुलिस धर्मेंद्र पासी से कड़ाई से पूछताछ करती तो ये अनहोनी टल सकती थी, लेकिन पुलिस की ताल मटोल रवैया से आज उनके कुल का दीपक बुझ गया।
अपराधियों पर होगी कठोर कार्रवाई – पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह

अपराधियों को कतई बक्सा नहीं जाएगा, पुलिस द्वारा दोनों मुख्य अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, उनके फोन की जांच कर के इस मामले की कड़ाई से पूछताछ की जा रही है,जल्द ही दोनों अभियुक्त सलाखों के पीछे होंगे, अगर जांच में कोई और क्लू मिला तो उस पर भी दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।