अजय यादव
लखनऊ,नवसत्ता :- विश्व प्रसिद्ध लखनऊ के इस्कॉन राधाकृष्ण मंदिर में भक्तों ने पूरे दिवस हरे कृष्णा हरे कृष्णा मंत्र का जाप भावपूर्ण मुद्रा में किया व सभी ढोलक मंजीरे की थाप पर नृत्य कर प्रसन्नता में सराबोर हुए । विश्व में भगवान श्रीकृष्ण के गीता में दिए उपदेश का ज्ञान जन जन तक पहुंचाने व बढाने और हरे कृष्णा हरे कृष्णा का मंत्र जाप करते हुए लखनऊ इस्कॉन मंदिर के भक्तों ने आज हजरतगंज लखनऊ में हर्ष प्रदर्शन किया।
लंदन से पधारे सनी जी व अन्य भक्तों ने शहर के हजरतगंज जैसे व्यस्ततम रास्ते से गुजर रहे सभी को गीता पढ़ने एवं हरे कृष्णा हरे कृष्णा मंत्र का जाप करने की प्रेरणा भी दिया।
लंदन के सनी जी कृष्ण की भक्ति में लीन हो कृष्ण के नाम व कृष्ण की मर्यादा का अर्थ सभी राहगीर भक्तों को बताया तथा उन्हें इस्कॉन मंदिर पहुंच कृष्ण भजन के लिए आमंत्रित किया।उक्त अवसर पर रास्ते भर गीता ग्रंथ व प्रसाद का वितरण किया गया जिसे राहगीरों ने श्रद्धापूर्वक ग्रहण किया।
इस्कॉन मंदिर की क्या है विशेषता —
‘हरे कृष्ण आन्दोलन’ की उपज इस्कॉन ( इन्टरनेशनल सोसायटी फार कृश्ना कांन्शियस्नेस ) अंतरराष्ट्रीय कृष्नभावनामृत संघ एक अंतरराष्ट्रीय संस्थान जिसका प्रारम्भ वर्ष 1966 में न्यूयॉर्क से हुआ जिसका पूरे विश्व में 1000 से अधिक केन्द्र हैं जबकि भारतवर्ष में ही इस्कॉन के लगभग 400 मन्दिर स्थापित हैं व पाकिस्तान में भी इस्कॉन के 12 मन्दिर बने हैं।
विश्व भर में स्थापित इस्कॉन मंदिर लखनऊ जैसे विश्व प्रसिद्ध शहर में भी स्थापित है जहां राधाकृष्ण की सुन्दर कृतियां, प्रतिमाएं विभिन्न मुद्राओं में स्थापित हैं जिसका दर्शन करने देश विदेश के पर्यटक बराबर आते रहते हैं जहां वर्ष भर भारी भीड़ उमड़ती है फिर भी बताते हैं कि इस मन्दिर में घूमने का आनंद अक्टूबर माह से मार्च माह तक अधिक रहता है जहां पहुंच सभी शांति का अनुभव करते हैं।