पूर्व आर्मी चीफ ने भी चिंता जताई
इंफाल, नवसत्ताः मणिपुर में 3 मई को भड़की हिंसा थमने का नाम ही नहीं ले रही है, लगातार मणिपुर के हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। जिसको लेकर पूर्व आर्मी चीफ वीपी मलिक ने पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से दखल देने की अपील की है। साथ ही पूर्व सैन्य अधिकारी ने ट्वीट करके चिंता जताते हुए कहा कि मणिपुर के हालात बिल्कुल सीरिया जैसे होते जा रहे है, ऐसा लग रहा है कि मणिपुर को अपनी ही आग में उबलने के लिए छोड़ दिया गया है। क्या कोई सुन रहा है?’
दरअसल, बीती रात मणिपुर में एक बार फिर से हालात बिगड़ गये जिसके बाद लगातार अलग- अलग जगह से 5 ऐसी बड़ी घटनाएं सामने आई है जिससे मणिपुर एक बार फिर से कलह उठा, और अब तो प्रशासन को भी मणिपुर में बड़ रही हिंसा से डर लगने लगा है।
जिसमें पहली घटना इंफाल पश्चिम के इरिंगबाम थाने की है बता दे कि बीती रात इरिंगबाम थाने पर सैकड़ों लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया और वहां रखे हथियारों को लूटने की कोशिश की, इस दौरान दोनों के बीच में काफी देर तक फायरिंग चली जिसके बाद सुरक्षाबलों ने उन्हें पीछे खदेड़ दिया।
जिसके बाद आक्रोश में आई भीड़ ने भाजपा के एक विधायक विश्वजीत के घर में आग लगाने की कोशिश की। इसे मणिपुर रैपिड एक्शन फोर्स की टीम ने नाकाम कर दिया और उन्हें एक बार फिर से मुहं की खानी पड़ी। तीसरी घटना खोंगमन और सिंजेमाई की है। दोनों जगहों पर भीड़ ने भाजपा ऑफिस पर हमला किया। हालांकि सेना के जवानों ने वहां भी भीड़ के छक्के छुड़ा दिये और उन्हें भागना पड़ा।
उसके बाद आधी रात में भीड़ ने भाजपा की महिला अध्यक्ष शारदा देवी के घर में तोड़फोड़ करने की कोशिश की। लेकिन वहां भी उसके मनसूबे कामियाब नहीं हो पाए और सुरक्षाबलों ने भीड़ को वहां से भी भगा दिया।
आखिरी घटना राजधानी इंफाल के पैलेस कंपाउंड की है। यहां करीब 1 हजार लोगों की भीड़ ने कंपाउंड को जलाने की कोशिश की लेकिन तब तक के पूरे शहर में जवान सक्रिय हो चके थे और आरएएफ के जवानों ने आंसू गैस के गोले दागे और रबर की गोलियां चलाईं, जिसके बाद भीड़ आखिर कार पीछे हटना पड़ा।
मिली हुई जानकारी के मुताबिक, मणिपुर में भड़की भीड़ ने सबसे पहले थाने पर हमला किया था जिसको लेकर यह आशंका जताई जा रही है कि हमलावरों के इरादे बता रहे है कि वह बहुत कुछ करना चाहते थे लेकिन हथियार न मिलने के वजह से वह ज्यादा कुछ नहीं कर पाए, वहीं लगातार हुई घटनाओं को लेकर पुलिस ने बताया कि शुक्रवार देर रात बिष्णुपुर जिले के क्वाकटा और चुराचंदपुर जिले के कंगवई ऑटोमेटिक हथियारों से गोलियां चली हैं। सेना, असम राइफल्स और मणिपुर रैपिड एक्शन फोर्स ने राजधानी इंफाल में आधी रात तक संयुक्त मार्च किया।
जिस दौरान मणिपुर में बढ़ रही हिंसा को देखते हुए पूर्व आर्मी चीफ वीपी मलिक ने पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से दखल देने की अपील की है। दरअसल, रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल एल निशिकांत सिंह ने गुरुवार सुबह ट्वीट करके राज्य के हालात सीरिया-लेबनान जैसे बताए थे। इसी को लेकर वीपी मलिक ने ऐसा बयान दिया है।
लेफ्टिनेंट जनरल ने लिखा- ‘मैं मणिपुर का एक साधारण भारतीय हूं, जो सेवानिवृत्त जीवन जी रहा है। राज्य अब स्टेटलेस है। जिंदगी और संपत्ति को कोई भी, कभी भी खत्म कर सकता है। जैसे लीबिया, लेबनान, नाइजीरिया, सीरिया में होता है। ऐसा लगता है कि मणिपुर को अपनी ही आग में उबलने के लिए छोड़ दिया गया है। क्या कोई सुन रहा है?’ इस पर चिंता जाहिर करते हुए वीपी मलिक ने कहा कि एक सैन्य अधिकारी का ऐसा कहना बहुत दुख की बात है। राज्य के हालात पर सरकार के टॉप लेवल को तुरंत ध्यान देना चाहिए।
गौरतलब, है कि 3 मई को भड़की हिंसा की जानकारी भी मैरी कोम ने आधी रात में पीएम मोदी ट्वीट करके दी थी जिसमें उन्होंने भी प्रधानमंत्री से यही अपील की थी कि मेरा मणिपुर जल रहा है प्लीज बचा लिजिये।