- मोदी ने गोवा की मुक्तकंठ से प्रशंसा की
- सरकारी योजनाओं को लागू करने में गोवा रहता है नंबर वन: पीएम
- मिशन जल जीवन में गोवा ने मारी बाजी
- गोवा के हर घर में नल से पहुंचा जल
- गोवा में पाइप पेयजल योजना हुई पूरी
- तय समय में पूरी की हर घर नल से जल देने की योजना
- मोदी जहां से सांसद वो यूपी रहा फिसड्डी
- मिशन जल जीवन में सबसे निचले पायदान पर है यूपी
- यूपी में 26427705 घरों में होना है नल से जल का कनेक्शन
- अब तक महज 3451967 घरों में ही हुआ है नल से जल का कनेक्शन
- मिशन के लक्ष्य से ज्यादा खाने कमाने में लगे अफसर
- घोटाले और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा यूपी का मिशन जल जीवन
- अफसरों से लेकर मंत्री तक लगा चुके हैं आरोप
संजय श्रीवास्तव
लखनऊ,नवसत्ता: मिशन जल जीवन के काम काज की समीक्षा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। पीएम ने अपने संबोधन में गोवा को तय समय के भीतर ही पूरे राज्य में हर घर को नल से जल पहुंचाने के लिए बधाई दी। पीएम ने कहा कि गोवा ऐसा राज्य है जो केंद्र सरकार की समस्त योजनाओं को समय से पूरा करने वाला पहला राज्य बन गया है।
गोवा में सरकार के साथ ही अधिकारी, कर्मचारी और वहां की जनता भी बधाई की पात्र है जो योजनाओं को पूरा करने में अपना पूरा सहयोग करते हैं। पूरे गोवा में पाइप पेयजल योजना में 2 लाख 63 हजार 13 घरों को नल से जल देने के लिए चिन्हित किया गया और 15 अगस्त 2022 को ही पूरे राज्य के 2 लाख 63 हजार 13 घरों में पाइप के जरिए हर घर नल से जल पहुंचा दिा गया। पाइप पेयजल योजना के अन्तर्गत पूरे देश में हर घर नल से जल देने की महत्वाकांक्षी परियोजना मिशन जल जीवन को चलाया जा रहा है। इस योजना में केंद्र और राज्य सरकारों की मशीनरी मिलकर काम कर रही है।
योजना में खर्च होने वाला धन भी केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कुल बजट का आधा आधा खर्च किया जा रहा है। मसलन यूपी में इस योजना का कुल बजट 1 लाख 20 हजार करोड़ का रखा गया, इसमें 60 हजार करोड़ केंद्र सरकार दे रही हो तो 60 हजार करोड़ राज्य सरकार को खर्च करना है। जल जीवन मिशन की सरकारी वेबसाइट के मुताबिक हर घर नल से हर घर जल देने की योजना में जहां गोवा तेलंगाना दादरा नगर हवेली बिहार पंजाब हरियाणा मणिपुर मेघालय असम जैसे राज्य सूचकांक में ऊपर हैं, गोवा तो 100 प्रतिशत कार्य भी कर चुका है यानी वहां सभी चिन्हित घर में नल से जल देने का काम पूरा कर लिया गया है बिहार में भी 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है जबकि यूपी देश भर के इंडेक्स में सबसे निचले पायदान पर है।
यूपी में हर घर नल से जल देने के लिए कुल 2 करोड़ 64 लाख 27 हजार 705 घरों को चिन्हित किया गया है। जबकि अभी तक कुल 39 लाख 68 हजार 188 घरों तक ही मिशन पहुंच सका है। मतलब यूपी में अभी तक कुल 15.02 प्रतिशत ही जल जीवन मिशन का लक्ष्य पूरा हो सका है।
जल जीवन मिशन की वेबसाइट के मुताबिक अभी तक देश में नल से जल देने के कुल 6 करोड़ 63 लाख 15 हजार 934 कनेक्शन दिए गए हैं, जिसमें से यूपी के अंदर कुल 34 लाख 51 हजार 967 कनेक्शन ही हो पाए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी खुद वाराणसी के सासंद हैं और यूपी में इस योजना को लेकर उनकी खासी दिलचस्पी भी है बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करते समय भी पीएम मोदी ने मिशन जल जीवन के कार्यों की बड़ी प्रशंसा की थी लेकिन शायद मिशन में लगे अफसर उन्हें भाी गुमराह कर रहे हैं यहां अभी इस योजना को धरातल पर आने में कफी समय लगेगा, मिशन की वेबसाइट पर जो आंकड़े दिए गये हैं उससे साफ है कि यूपी फिलहाल मिशन जल जीवन के जरिए हर को नल से जल देने के मामले में सबसे फिसड्डी है।
यहां एक और बात सामने आ रही है कि इस योजना में कुछ ऐसी कंपनियों को भी काम दिया गया है जो 500 करोड़ के काम को भी करने में सामथ्र्य नहीं दिखतीं उन्हें भी 10-10 हजार करोड़ के काम दे दिए गए गए हैं तो मिशन का डिले होना तो लाजिमी है ही वहीं यूपी में इस योजना में बड़े बड़े घोटाले और भ्रष्टाचार की भी शिकायतें होती रहीं हैं, सरकार के इसी विभाग के राज्यमंत्री दिनेश खटिक ने भी बीते दिनों मिशन जल जीवन से जुड़े अफसरों पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाते हुए इस्तीफे की पेशकश तक कर दी थी।