Navsatta
खास खबरचर्चा मेंराजनीतिराज्य

मिशन जल जीवन में सच्चा कौन- यूपी के जल शक्ति मंत्री या भारत सरकार के आंकड़े

33 केंद्र शासित समेत राज्यों में यूपी सबसे निचले पायदान पर

हर घर नल, हर घर जल योजना में  26427705 घरों का चयन

मिशन के अफसर कर रहे आंकड़ों की बाजीगरी

संजय श्रीवास्तव

लखनऊ,नवसत्ता: पूर्वी उत्तर प्रदेश में कहावत है सूत न कपास जुलाहों में लट्ठम लट्ठ, जी हां कुछ ऐसा ही चल रहा है मिशन जल जीवन में. गौरतलब है कि बीती 11 अप्रैल को पार्टी मुख्यालय में सूबे के जल शक्ति मंत्री पत्रकार वार्ता में बताते हैं कि पहले की सरकारों में राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में मात्र 16 प्रतिशत घरों में ही पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध कराया था, वहीं बीजेपी की सरकार आने के बाद जल जीवन मिशन के अंतर्गत ये आंकड़ा 49 प्रतिशत तक पहुंच गया है.

मतलब 49 प्रतिशत घरों में पीने का शुद्ध पानी नल से उपलब्ध कराया जा रहा है. जबकि ठीक इसके उलट जल जीवन मिशन की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़े बता रहे हैं कि अभी तक पूरे प्रदेश में महज 13.48 प्रतिशत घरों में ही पीने का शुद्ध पानी दिया जा सका है.

एक तरफ जहां मंत्री सरकार की उपलब्धियां गिनाते नहीं थकते और बताते हैं कि ”हर घर नल, हर घर जल” योजना ने तो लोगों की जिंदगियां बदल दी हैं लोगों को पीने का शुद्ध जल मिलने से स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है महिलाओं को बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में दूर दराज से पानी नहीं लाना पड़ रहा है उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के साथ ही सूबे के 66 जिलों में घर घर शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए मिशन जल जीवन के तहत तेजी से काम चल रहा है’  ये तो मंत्री जी की बातें थीं,

आइए अब आपको मिशन जल जीवन की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों से रूबरू कराते हैं आप खुद समझ जाएंगे कि आखिर सच्चाई क्या है. जी हां मिशन जल जीवन की वेबसाइट रोजाना अपडेट की जाती है इस वेबसाइट पर दिए आंकड़ों के मुताबिक देश में उत्तर प्रदेश सबसे निचले पायदान पर है. मतलब 33 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में सबसे फिसड्डी. मिशन जल जीवन में हर घर को नल से जल देने के मामले में जहां 06 राज्यों में 100 प्रतिशत, 05 राज्यों में 80 प्रतिशत, 08 राज्यों में 50 प्रतिशत, 05 राज्यों में 40 प्रतिशत, 04 राज्यों में 30 प्रतिशत, 04 राज्यों में 20 प्रतिशत, तो सबसे कम मात्र 13.48 प्रतिशत उत्तर प्रदेश का है.

मतलब जहां प्रदेश में नल से शुद्ध जल पहुंचाने के लिए कुल चयनित घरों की संख्या 26427705 ( 2 करोड़ 64 लाख 27 हजार 7 सौ 05) हैं वहीं अब तक सिर्फ 3561763 ( 35 लाख 61 हजार 7 सौ 63) घरों में ही नल से पीने का शुद्ध जल मिल रहा है, जो कुल लक्ष्य का महज 13.48 प्रतिशत ही है. यही नहीं मिशन के जानकार लोग बताते हैं कि वेबसाइट पर तो फिर भी आंकड़ों की संख्या ज्यादा है जबकि जमीनी हकीकत में तो उत्तर प्रदेश में महज 5 प्रतिशत तक ही घरों में नल से जल पहुंचाया जा सका है.

संबंधित पोस्ट

कोरोना संक्रमण को कोविड गाइड लाइन का पालन, जागरूकता व वैक्सीनेशन से जा सकता है रोका: डीएम

navsatta

Lakhimpur Kheri Case: आशीष मिश्रा की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला

navsatta

श्रद्धा के बिना भक्ति नहीं होती: आचार्य मृदुल

navsatta

Leave a Comment