नई दिल्ली,नवसत्ता : दिल्ली के विज्ञान भवन में 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया. इस मौके पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने विजेताओं को स्वर्ण कमल एवं रजत कमल, शॉल और ईनाम की राशि देकर सम्मानित किया. सुपरस्टार रजनीकांत को 51वें दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
कंगना रनोट को उनकी फिल्म मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी और पंगा में अपनी परफॉरमेंस के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिया गया है. वहीं, मनोज वाजपेयी को भोंसले और धनुष को असुरन के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड ज्वाइंट तौर पर दिया गया है.
छिछोरे के निर्देशक नितेश तिवारी किये गये सम्मानित
छिछोरे को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला. सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म छिछोरे के निर्देशक नितेश तिवारी को सम्मानित किया गया. 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा मार्च 2021 में की गई थी. कंगना अपने मां और पिता के साथ अवॉर्ड लेने पहुंचीं.
कंगना ने सोशल मीडिया पर शेयर की तस्वीरें
अभिनेत्री कंगना रणौत को 25 जनवरी 2019 में रिलीज हुई मणिकर्णिका और 24 जनवरी 2020 में आई पंगा के लिए सम्मानित किया गया. कंगना अवॉर्ड मिलने से उत्साहित हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर अवॉर्ड रिसीव करने की तस्वीरें शेयर की हैं. कंगना ने लिखा, आज मैं मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी और पंगा के लिए जॉइंट नेशनल अवॉर्ड लेने जा रही हूं. मैंने मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी मैंने को-डायरेक्ट भी की थी. इन फिल्मों के टीमों को मैं अपना आभार व्यक्त करती हूं.
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवॉर्ड मनोज वाजपेयी को
मनोज वाजपेयी को भोंसले के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवॉर्ड मिला है. देवाशीष मखीजा द्वारा लिखित और निर्देशित ड्रामा फिल्म में मनोज वाजपेयी की भूमिका को लेकर उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया है. वहीं स्वाती पांडे द्वारा निर्देशित ‘एलिफेंट डू रिमेम्बर’ ने बेस्ट बॉयोग्राफिकल फिल्म के लिए पुरस्कार जीता है.
सुपरस्टार ने अपने दोस्त व बस ड्राइवर राजबहादुर को धन्यवाद कहा
सुपरस्टार रजनीकांत को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. इस दौरान उन्होंने अपने दोस्त और बस ड्राइवर राजबहादुर को धन्यवाद कहा जिनकी वजह से वो फिल्मों में आए थे. रजनीकांत को सम्मान मिलने की खुशी में उनकी बेटी ऐश्वर्या और दामाद धनुष तालियां बजाते दिखे. इसके अलावा रजनीकांत को सबने स्टैंडिंग ओवेशन भी दिया.
अन्य पुरस्कार –
सर्वश्रेष्ठ फिल्म फ्रेंडली स्टेट – सिक्किम
सिनेमा पर बेस्ट किताब – संजय सूरी द्वारा रचित अ गांधियन अफेयर: इंडियाज क्यूरियस पोरट्रायल ऑफ लव इन सिनेमा
सर्वश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक – सोहिनी चट्टोपाध्याय
फीचर फिल्म्स
स्पेशल मेंशन – बिरयानी (मलयालम), जोनाकी पोरुआ (असमिया), लता भगवान कारे (मराठी), पिकासो (मराठी)
बेस्ट तुलु फिल्म – पिंजारा
बेस्ट पनिया फिल्म – केंजीरा
बेस्ट मिशिंग फिल्म – अनु रुवाद
बेस्ट खासी फिल्म – लेवदह
बेस्ट हरियाणवी फिल्म – छोरियां छोरों से कम नहीं होती
बेस्ट छत्तीसगढ़ी फिल्म – भुलान थे माजे
बेस्ट तेलुगु फिल्म – जर्सी
बेस्ट तमिल फिल्म – असुरन
बेस्ट हिंदी फिल्म – छिछोरे
बेस्ट मराठी फिल्म – बार्दो
बेस्ट बंगाली फिल्म – गुमनामी
नॉन फीचर फिल्म केटेगरी
बेस्ट नरेशन – वाइल्ड कर्नाटक, सर डेविड अटेन्बर्ग
बेस्ट एडिटिंग – शट अप सोना, अर्जुन गौरीसराई
बेस्ट ऑटोबायोग्राफी – राधा, ऑल्विन रेगो और संजय मौर्या
बेस्ट ऑन-लोकेशन साउंड रिकॉर्डिस्ट – रहस, सप्तर्षि सरकार
बेस्ट सिनेमेटोग्राफी – सोनसी, सविता सिंह
बेस्ट डायरेक्शन – नॉक नॉक नॉक, सुधांशु सरिया
फैमिली वैल्यूज – ओरू पाथिरा स्वपनम पोले (मलयालम)
बेस्ट शार्ट फिक्शन फिल्म – कस्टडी
स्पेशल जूरी अवॉर्ड – स्मॉल स्केल सोसायटीज
बेस्ट एनीमेशन फिल्म – राधा
बेस्ट इनवेस्टिगेटिव फिल्म – जक्कल
बेस्ट एक्सप्लोरेशन फिल्म – वाइल्ड कर्णाटक
बेस्ट एजुकेशन फिल्म – एपल्स एंड ओरांजेस
बेस्ट फिल्म ऑन सकल इश्यूज – होली राइट्स, लाडली
बेस्ट एक्शन डायरेक्शन अवॉर्ड
स्टंट – अवाने श्रीमन्नारायण (कन्नड)
बेस्ट कोरियोग्राफी – महर्षि (तेलुगू)
बेस्ट स्पेशल इफेक्ट्स – मरक्कर
स्पेशल जूरी अवॉर्ड – ओत्था सेरुप्पू साइज- 7 (तमिल)
बेस्ट लिरिक्स – कोलम्बी (मलयालम)
बेस्ट स्क्रीनप्ले
ओरिजिनल स्क्रीनप्ले – ज्येष्ठोपुत्री
एडाप्टेड स्क्रीनप्ले – गुमनामी
डायलॉग राइटर – द ताशकंत फाइल्स
बेस्ट सिनेमेटोग्राफी – जल्लीकट्टू
बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर – बार्दो
बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर – बी प्राक, केसरी, तेरी मिट्टी
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस – पल्लवी जोशी, द ताशकंत फाइल्स
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर – विजय सेतुपति, सुपर डीलक्स
बेस्ट एक्ट्रेस – कंगना रनौत
बेस्ट एक्टर – मनोज बाजपेयी और धनुष
बेस्ट डायरेक्शन – बहत्तर हूरें
बेस्ट चिल्ड्रन फिल्म – कस्तूरी