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मतगणना के कहर की सच साबित हुई आशंका

मतगणना और चुनाव ड्यूटी उपरांत जनपद के कई शिक्षक शिक्षिका समाए काल के गाल में

कृष्ण चन्द्र पाठक

सुल्तानपुर, नवसत्ता : कोरोना काल में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और मतगणना ड्यूटी शिक्षक शिक्षिकाओं को बहुत महंगी पड़ गई इस चुनाव में ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया और ना ही कोरोना प्रोटोकॉल गाइडलाइन का कोई भी पालन हुआ नतीजा पंचायत चुनाव और मतगणना में डयूटी के समय कोरोना संक्रमित होने की वजह से कई शिक्षक शिक्षिकाओं की मौत हुई अब तक जनपद सुलतानपुर में कई शिक्षक शिक्षिकाओं की चुनाव ड्यूटी उपरांत कोरोना संक्रमित होने की वजह से मौत हो चुकी है इनमे कई शिक्षक शिक्षिका ऐसे थे जिन्होंने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव प्रशिक्षण से पहले ही अपनी अस्वस्थता को देखते हुए चुनाव ड्यूटी कटवाने के लिए अधिकारियों से आवेदन किया था, परंतु जिला प्रशासन की सख्ती के चलते उनकी एक न सुनी गई नतीजा कोरोना संक्रमण का विस्तार हुआ और लगातार किसी न किसी शिक्षक शिक्षिका की कोरोना संक्रमित होने की वजह से मौत हो गई उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने चुनाव ड्यूटी के उपरांत शिक्षकों की मौत को देखते हुए मतगणना के कार्य का भी विरोध किया था परंतु सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इनके कार्य बहिष्कार का आंदोलन इन्हें स्थगित करना पड़ा उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष दिलीप पांडे ने कहा कि पंचायत चुनाव के प्रशिक्षण के पहले से ही पंचायत चुनाव को टालने की संघ सरकार से मांग करता रहा मगर सरकार और आयोग ने उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ की एक न सुनी पंचायत चुनाव के पहले होने वाले प्रशिक्षण में भी कई शिक्षक शिक्षिकाओं की अस्वस्थता के नाते उनकी ड्यूटी को कटवाने की भी मांग करता रहा मगर अपने अड़ियल रवैया की वजह से जिला प्रशासन ने शिक्षकों की ड्यूटी नहीं काटी अगर प्रशिक्षण के पहले से ही अस्वस्थ शिक्षक शिक्षिकाओं की ड्यूटी निर्वहन में असमर्थता को जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया होता, तो शायद इतनी बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाओं को को संक्रमित होने की वजह से मौत ना होती l चुनाव ड्यूटी और मतगणना ड्यूटी उपरांत जो भी शिक्षक शिक्षिका कोरोना संक्रमित होने की वजह से काल के गाल में समा गए हैं, हमारा संघ सरकार से उनके परिवार के भरण-पोषण के लिए 50 50 लाख रुपए की मुआवजा की मांग करता है, जिससे उनका परिवार सुचारू रूप से अपना जीवन निर्वहन कर सके l हमारे जनपद के कई शिक्षक शिक्षिकाओं की ड्यूटी अमेठी जनपद में भी लगा दी गई थी, जिसमें कई शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा अपनी अस्वस्थता के चलते ड्यूटी का निर्वहन नहीं किया जा सका उनके लिए भी अमेठी जनपद के जिला प्रशासन द्वारा नोटिस जारी की गई है, जिसकी संघ घोर निंदा करता है और जरूरत पड़ी तो संघ अपने शिक्षक शिक्षिकाओं के हित के लिए धरना प्रदर्शन और आंदोलन भी करने को बाध्य होगा जिसकी सारी जवाबदेही सरकार, चुनाव आयोग और अधिकारियों की होगी l
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