आप से जुड़ने वाले निर्दलीयों को विधानसभा के टिकट का प्रस्ताव
भाजपा प्रदेश प्रभारी ने डाला डेरा
नीरज श्रीवास्तव
लखनऊ,नवसत्ताः उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव का असल खेला अभी बाकी है। अब लड़ाई जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी कब्जाने की है। इस बार के चुनाव में जहां सत्तारूढ़ दल भाजपा का जबरदस्त झटका लगा है वहीं विपक्षी दलों को नई ऊर्जा मिली है इस बार जीतने वालों मेंं निर्दलीय सदस्यों की संख्या सर्वाधिक है। यही कारण है कि सभी राजनीतिक दल अब इन निर्दलीयों को रिझाने में जुट गये हैं। भाजपा के यूपी प्रभारी ने यहां डेरा डाल दिया है वहीं पहली बार चुनाव में उतरी आम आदमी पार्टी ने निर्दलीयों को विधानसभा के टिकट का प्रस्ताव देकर रिझाने की कोशिश शुरू कर दी है।
सत्तारूढ़ दल भाजपा के लिए भी अब यह प्रतिष्ठा का प्रश्न है। उसे लगता है कि यदि चुनावी प्रबंधन के जरिये जिलों में अपने ज्यादा से ज्यादा अध्यक्ष बनवा लिये जाएं तो विरोधियों का मुंह बंद किया जा सकता है। पार्टी ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह यहां डेरा डाल चुके हैं। बुधवार को राधामोहन सिंह के लखनऊ पहुंचने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और महामंत्री सुनील बंसल के साथ एक दौर की बैठक हो चुकी है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने आज कहा कि विधानसभा चुनाव का मॉक ड्रिल माना जा रहा जिला पंचायत का चुनाव पार्टी ने पूरी दमदारी से लड़ा। उन्होने दावा किया कि पंचायत चुनाव में आम आदमी पार्टी की सफलता दिल्ली की केजरीवाल सरकार की नीतियों पर यूपी की जनता की मुहर है।
इस बीच आज बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने पंचायत चुनाव परिणाम को पार्टी के लिये उत्साहवर्धक बताते हुये दावा किया कि चुनाव में जीते ज्यादातर निर्दलीय प्रत्याशी बसपा से जुड़े हुये लोग हैं। मायावती ने एक बयान जारी कर कहा कि पंचायत चुनाव में सत्ता व सरकारी मशीनरी का भारी दुरुपयोग एवं विरोधी पार्टियों द्वारा अपार धनबल के अनुचित इस्तेमाल के बावजूद बहुजन समाज पार्टी ने लगभग पूरे प्रदेश में जो रिज़ल्ट प्रदर्शित किया है वह अति-उत्साहवर्द्धक है तथा यहाँ होने वाले अगामी विधानसभा आमचुनाव के लिए लोगों में नई उर्जा, जोश भरने व हौंसले बुलन्द करने वाला है।कांग्रेस ने भी इन परिणामों पर संतोष जताते हुए दावा किया कि जीते हुए निर्दलीयों में हमारे समर्थकों की संख्या अधिक है। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के मुताबिक पार्टी नवनिर्वाचित सदस्यों के सम्पर्क में है। पिछले वर्षों में जिस तरह पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में पार्टी ने जमीनी स्तर पर संघर्ष किया है उससे बड़ी संख्या में लोग पार्टी विचारधारा से जुड़े हैं। पंचायत चुनाव में बेहतर परिणाम का भी यही कारण है।