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एक बार फिर लाकडाउन बढ़ा सकती है मोदी सरकार!

लखनऊ। देश में कोरोना महामारी के चलते लगा लाकडाउन का तीसरा चरण 17 तारीख को खत्म हो रहा है,ऐसे में सभी की निगाहें अब इस बात पर टिकीं है कि मोदी सरकार लाकडाउन बढ़ायेगी या नहीं। देश में कोरोनावायरस के कारण जिस तरह से हालात होते जा रहे हैं, उससे नहीं लग रहा है कि लॉकडाउन अभी खत्म होगा,हालांकि अर्थव्यवस्था की स्थिति को देखते हुए पहले की अपेक्षा लाकडाउन में और छूट दी जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्री ने भी कहा है कि लॉकडाउन पर फैसला मुख्यमंत्रियों के फीडबैक के आधार पर पीएम मोदी लेंगे। तेलेंगाना ने पहले ही राज्य में लाकडाउन 29 मई तक बढ़ा दिया है। एक तरफ देश की गिरती अर्थव्यवस्था और दूसरी तरफ कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लोगों का स्वास्थ्य की चिंता से लाकडाउन-4 को लेकर अटकलें तेज हो गईं हैं। विशेषज्ञ लॉकडाउन नहीं खत्म होने की सबसे बड़ी वजह कोरोनावायरस के बढ़ रहे मरीजों की संख्या बता रहे हंै। मई महीने में अब तक 9 दिनों में कोरोना वायरस के 25000 से अधिक केस सामने आ चुके हैं। यह किसी भी महीने या दिनों के अनुपात में सबसे अधिक केस है। कोरोनावायरस मरीजों की इस रफ्तार में लॉकडाउन खोलना आत्मघाती फैसला हो सकता है। इसलिए सरकार शायद ही लॉकडाउन खत्म करे। लॉकडाउन खत्म नहीं होने का दूसरा सबसे बड़े कारण पलायन मजदूरों की घरवापसी है। अभी तक देश में सिर्फ 2.5 लाख मजदूर अपने घर पहुंचे हैं। एक अनुमान के मुताबिक देश में 1.4 करोड़ लोग माइग्रेंट मजदूर हैं। अगर सभी को घर पहुंचाने का काम जारी रहा तो अभी और समय लग सकता है। साथ ही इन सभी मजदूरों को सेटल करने में भी समय लगेगा। इसलिए लॉकडाउन खत्म होने की संभावनाएं बहुत कम है। कोरोनावायरस पर काम कर रहे तीन बड़े संस्थान देश से लॉकडाउन खत्म करने के पक्ष में नहीं है। इनमें एक एम्स और उसके निदेशक, दूसरा आईसीएमआर और तीसरा स्वयं स्वास्थ्य मंत्रालय। एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया सीधे तौर पर मीडिया से कह चुके हैं कि कोरोनावायरस का पीक फेज आना अभी बाकी है। ऐसे में सरकार लॉकडाउन खत्म करने पर विचार शायद ही करे। इसके अलावा कोरोनावायरस के उपचार के लिए सरकार के पास अभी लॉकडाउन के अलावा कोई बड़ा हथियार नहीं है। सरकार अगर लॉकडाउन खत्म करती है और मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगे तो उसे नियंत्रित करने का सरकार के पास कोई उपाय नहीं है। इन्हीं सब बिन्दुओं को देखते हुए तेलांगाना के मुख्यमंत्री के चन्द्रशेखर राव ने पहले ही अपने राज्य में लाकडाउन 29 मई तक बड़ा दिया है। आज स्वास्थ्यमंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि अब लॉकडाउन में ढील देना या न देना इसका प्रभाव तब तक नहीं होगा जब तक हम ये न भूल जाएं कि इसके बाद भी सोशल डिस्टैंसिंग और मास्क पहनना बहुत जरूरी है। हालांकि उन्होंने कहा कि 17 मई के बाद लॉकडाउन पर फैसला पीएम मोदी ही लेंगे और यह फैसला मुख्यमंत्रियों के फीडबैक के आधार पर लिया जाएगा। इस बीच केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि लॉकडाउन की गंभीरता को लोग समझते हैं। इस बीमारी का कोई सटीक इलाज नहीं है। बचाव ही उपाय है। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी काम किया जा रहा है।

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