नई दिल्ली,नवसत्ता । जम्मू-कश्मीर में लगातार भारी बारिश के कारण एक दिन के लिए अस्थायी रूप से रोकी गई अमरनाथ यात्रा को शुक्रवार सुबह फिर से बहाल कर दिया गया है। प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, नुनवान (पहलगाम) और बालटाल आधार शिविरों से श्रद्धालुओं के नए जत्थे पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर की ओर रवाना हो चुके हैं।
भारी बारिश और भूस्खलन से थी यात्रा बाधित
गुरुवार को क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते प्रशासन को सुरक्षा कारणों से यात्रा को अस्थायी रूप से निलंबित करना पड़ा था। यात्रा मार्गों पर फिसलन और पत्थरों के गिरने की घटनाएं बढ़ने के कारण यह निर्णय लिया गया था। हालांकि, मौसम में सुधार के साथ ही यात्रा मार्गों को सुरक्षित और साफ कर दिया गया है, जिससे शुक्रवार को यात्रा दोबारा शुरू हो सकी।
3 जुलाई से शुरू, अब तक ढाई लाख श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हुई थी और यह 9 अगस्त तक जारी रहेगी। अब तक ढाई लाख से अधिक श्रद्धालु दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन कर चुके हैं। गुफा में स्थित प्राकृतिक हिमशिवलिंग के दर्शन के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से आते हैं।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से की ये अपील
प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों और प्रशासनिक निर्देशों का पूरी तरह पालन करें। यात्रा मार्गों पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और स्वास्थ्य सेवाएं, मेडिकल कैंप तथा भोजन की व्यवस्था लगातार जारी है।
अमरनाथ यात्रा की महत्ता
अमरनाथ यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि श्रद्धा, साहस और आस्था का प्रतीक है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और मौसम की चुनौतियों के बावजूद, हर साल लाखों श्रद्धालु हिमालय की गोद में बसे भगवान शिव के इस पवित्र धाम की यात्रा करते हैं।
📍महत्वपूर्ण जानकारी:
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यात्रा अवधि: 3 जुलाई से 9 अगस्त, 2025
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मुख्य मार्ग: बालटाल और पहलगाम (नुनवान)
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अब तक के श्रद्धालु: 2.5 लाख से अधिक
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यात्रा स्थिति: फिर से बहाल