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आंतों में फंसी लोहे की पिन निकली, मिली राहत
रायबरेली, नवसत्ताः उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले से एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया हैं। जहां एक महज 16 वर्ष, के नवयुवक ने अनजाने में पिन निगल ली जिसके बाद घरवालों में हड़कंप मच गया।
आपको बता दे कि यह पूरा मामला बीते 18 अप्रैल का है। शहर का अखिलेंद्र एक फॉर्म भर रहा था। फॉर्म में लगाने के लिए उसने एक पेपर पिन दांत में दबा रखी थी, तभी उसके मोबाइल की घंटी बजी। जैसे ही उसने हैलो बोला वह पेपर पिन मुंह के अंदर चली गई। पुलिस कार्यालय में काम करने वाले उसके पिता को जानकारी हुई तो उनके हाथ पांव फूल गए। वे युवक को आनन-फानन में स्थानीय अस्पताल ले कर पहुंचें, जहां चिकित्सको ने जांच के उपरांत बताया कि पेपर पिन मुंह के जरिये आंतों मे चली गई है, जिसे आपरेशन के जरिए ही निकाला जा सकता है। जिसे सुनकर युवक के परिजनों का रो- रो कर बुरा हाल था।
लेकिन तभी किसी ने उन्हें युवक को होम्योपैथिक के वरिष्ठ डाक्टर प्रभात श्रीवास्तव को दिखाने को कहा- जिसके बाद उन्होनें बच्चे को होम्योपैथिक के डाक्टर को दिखाया यहां डाक्टर ने कुछ ऐसा किया जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी।
यहां डाक्टर ने बताया कि मैं युवक को एक दवा दूंगा जिससे महज 24 से 48 घंटे में ही आंतों में फंसी पिन निकल जायेगी, ऐसा सुनकर पहले तो परिजनों को यकीन नहीं हुआ, लेकिन 20 अप्रैल को बच्चे की पिन निकल जाने के बाद सभी हैरान रह गये, और डाक्टर का आभार व्यक्त करने लगे, और साथ ही कहने लगे कि इतना व्यय लगता और जवान बच्चे का ऑपरेशन होता तो लेकिन आज आपने दिखा दिया कि होम्योपैथिक की दवायें किसी चमत्कार से कम नहीं हैं। “सब बला होम्योपैथी से टल गई।”
तो अब किसी भी बीमारी का इलाज करवाने से पहले एलोपैथिक और होम्योपैथिक दोनों डाक्टरों की सलाह ले जिससे सही उपचार हो सके।