युवाओं को मिला रोजगार, राष्ट्र निर्माण को मिली रफ्तार
नई दिल्ली, नवसत्ता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक और रोजगार मेला के तहत देशभर के 51,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नियुक्ति पत्र सौंपे। यह आयोजन देश के 47 अलग-अलग केंद्रों पर आयोजित हुआ और इसका उद्देश्य युवाओं को सरकारी नौकरियों के माध्यम से सीधा रोजगार प्रदान करना रहा।
💻 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सीधा संवाद, मिली शुभकामनाएं
पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नव-नियुक्त युवाओं से संवाद करते हुए कहा –
“हमारा लक्ष्य सिर्फ नौकरी देना नहीं, बल्कि देश सेवा का अवसर देना है।”
🏢 रेल, गृह, डाक, स्वास्थ्य—सभी प्रमुख विभागों में हुई नियुक्ति
इस रोजगार मेले के जरिए युवाओं को रेल मंत्रालय, गृह मंत्रालय, डाक विभाग, स्वास्थ्य, वित्त और श्रम मंत्रालय सहित कई विभागों में नियुक्त किया गया। आंकड़ों के अनुसार, अब तक 10 लाख से ज्यादा युवाओं को केंद्र सरकार में नौकरी मिल चुकी है।
🔒 “बिना पर्ची, बिना खर्ची” भर्ती प्रक्रिया बनी पहचान
पीएम मोदी ने अपनी सरकार की पारदर्शिता को रेखांकित करते हुए कहा—
“अब नौकरी के लिए ना सिफारिश चाहिए, ना रिश्वत। यह सरकार की नई पहचान है।”
उन्होंने बताया कि योग्यता आधारित भर्ती प्रक्रिया के चलते लाखों युवाओं को सरकारी सेवा में जगह मिली है।
🌍 दुनियाभर में गूंज रही भारत की युवा शक्ति
प्रधानमंत्री ने अपनी हालिया पांच देशों की विदेश यात्रा का ज़िक्र करते हुए कहा कि भारत के युवा अब वैश्विक मंचों पर भी सराहे जा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय सहयोग और समझौतों से भारतीय युवाओं के लिए वैश्विक नौकरियों के नए रास्ते खुल रहे हैं।
🛠️ रोजगार मेला – युवाओं और अवसरों के बीच सीधा पुल
रोजगार मेला, केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका मकसद है युवाओं को तेज़, पारदर्शी और कुशल प्रक्रिया के जरिए सरकारी विभागों में जोड़ना।
कौशल विकास मंत्रालय के मुताबिक, इस पहल से युवा सीधे विभागों से जुड़कर इंटरव्यू के जरिए नौकरी हासिल कर सकते हैं।
✅ निष्कर्ष: एक भरोसेमंद और पारदर्शी भर्ती प्रणाली की मिसाल
51,000 युवाओं को एक दिन में नियुक्ति पत्र देकर प्रधानमंत्री मोदी ने देश के युवाओं के साथ सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई है। यह पहल ना सिर्फ रोजगार का साधन है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के सपने की एक बड़ी ईंट भी है।