Navsatta
मुख्य समाचार

धर्मांतरण रैकेट का सरगना छांगुर बाबा: 100 से अधिक बैंक खातों में मिले 500 करोड़ के लेनदेन का खुलासा

संवादाता
लखनऊ,नवसत्ता: अवैध धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार छांगुर बाबा, जो बलरामपुर का निवासी है, और उसके सहयोगियों के बैंक खातों की जांच में सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) की संयुक्त जांच में यह बात सामने आई है कि बाबा और उसके साथियों द्वारा संचालित 40 से अधिक फर्जी गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) के नाम पर 100 से अधिक बैंक खाते खोले गए थे।
इन खातों में पिछले तीन वर्षों में लगभग 500 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन का पता चला है, जिसमें बड़ी मात्रा में विदेशी फंडिंग शामिल है। जांच एजेंसियों का मानना है कि यह पैसा मुख्य रूप से मध्य पूर्व और अन्य मुस्लिम देशों से नेपाल के रास्ते भारत में धर्मांतरण गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया गया था। ईडी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर आगे की तफ्तीश शुरू कर दी है, जबकि एटीएस बाबा और उसके करीबियों से गहन पूछताछ कर रही है।
इस खुलासे ने राजधानी में सनसनी फैला दी है और अवैध धर्मांतरण के नेटवर्क पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, छांगुर बाबा, जिसका असली नाम अभी तक आधिकारिक तौर पर जारी नहीं किया गया है, पिछले 15 वर्षों से अवैध धर्मांतरण का रैकेट चला रहा था। जांच में पता चला है कि उसे विदेशों से करीब 500 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली। इनमें से लगभग 300 करोड़ रुपये का लेनदेन नेपाल के सीमावर्ती जिलों – नवलपरासी, रूपाडीह और बांके – के 100 से अधिक बैंक खातों के माध्यम से हुआ। यह फंडिंग पाकिस्तान, दुबई, सऊदी अरब और तुर्की जैसे देशों से की गई थी।
एजेंट इस पैसे को भारत पहुंचाने के एवज में 4-5% कमीशन लेते थे। कई बार पैसे नकद जमा मशीनों (सीडीएम) के माध्यम से भी जमा किए गए।
ईडी की शुरुआती जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। छांगुर बाबा के पास 40 बैंक खातों में 106 करोड़ रुपये से अधिक की रकम मिली है, जिनमें से अधिकांश पैसा मध्य पूर्व से आया था। इसके अतिरिक्त, जांच में यह भी पता चला है कि बाबा के करीबी नवीन के खातों में शारजाह स्थित स्विस बैंक की एक शाखा में करोड़ों के लेनदेन हो रहे थे। एटीएस को छांगुर बाबा और उसकी महिला सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन की सात दिन की कस्टडी रिमांड मिल गई है और उनसे गहन पूछताछ जारी है।
अयोध्या में हुई जांच के दौरान नवीन रोहरा के छह बैंक खातों में 34.22 करोड़ रुपये और नसरीन के खातों में 13.90 करोड़ रुपये मिलने की पुष्टि हुई है।
एटीएस ने पिछले 10 वर्षों के आयकर रिकॉर्ड भी मांगे हैं। जांच एजेंसियों को यह भी संदेह है कि छांगुर बाबा के दुबई, शारजाह या यूएई में भी बैंक खाते हो सकते हैं, जिनकी पड़ताल की जा रही है।
ईडी ने आयकर विभाग से छांगुर बाबा के पिछले छह महीने के आयकर रिटर्न की जानकारी भी मांगी है। इसके अलावा, बाबा और उसके सहयोगियों द्वारा अर्जित की गई अवैध संपत्तियों का भी पता लगाया जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि धर्मांतरण के इस रैकेट से अर्जित धन का इस्तेमाल न केवल व्यक्तिगत लाभ के लिए किया गया बल्कि राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में भी इसका इस्तेमाल हो सकता है।
इस मामले के खुलासे के बाद पुलिस और प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि इतने बड़े पैमाने पर अवैध धर्मांतरण का रैकेट इतने लंबे समय तक कैसे चलता रहा। जांच एजेंसियां अब उन लोगों की भी पहचान करने में जुटी हैं जिन्होंने इस रैकेट को चलाने में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मदद की।
छांगुर बाबा और नीतू को 16 जुलाई तक एटीएस की हिरासत में रखा गया है। जांच एजेंसियां उनसे फंडिंग के स्रोतों, पैसे के इस्तेमाल और इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही हैं। इस मामले में आगे और भी बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

संबंधित पोस्ट

आजमगढ़ के विकास के लिए सीएम योगी से मिले राजपाल यादव और निरहुआ

navsatta

President Election 2022: राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने किया नामांकन

navsatta

जानिये किस देश में बिजली गिरने से हर साल बढ़ते हैं मौत के आकड़े…

navsatta

Leave a Comment