अहमदाबाद विमान हादसे के बाद तीन वरिष्ठ अफसर हटाए गए, क्रू शेड्यूलिंग और सुरक्षा नियमों में मिलीं गंभीर खामियां
नई दिल्ली,नवसत्ता: 12 जून को एयर इंडिया की लंदन जा रही फ्लाइट AI-171 उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद अहमदाबाद के एक मेडिकल कॉलेज परिसर पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
इस दर्दनाक हादसे में विमान में सवार 241 यात्रियों के साथ-साथ जमीन पर मौजूद 29 लोग भी मारे गए। कुल मृतकों की संख्या 270 तक पहुंच चुकी है।
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अब तक 215 मृतकों की पहचान डीएनए जांच के ज़रिए की गई है
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इनमें भारतीय, ब्रिटिश, पुर्तगाली और कनाडाई नागरिक शामिल हैं
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198 शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं
DGCA की जांच में क्या सामने आया?
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने हादसे के बाद एक विशेष तकनीकी और प्रशासनिक जांच शुरू की, जिसमें कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं:
प्रमुख खुलासे:
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✖️ क्रू शेड्यूलिंग में भारी गड़बड़ी:
क्रू मेंबर्स की ड्यूटी तय करते समय फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL), लाइसेंस वैधता, न्यूनतम विश्राम अवधि, और हालिया उड़ान अनुभव जैसे नियमों की लगातार अनदेखी की गई। -
✖️ 10 घंटे की सीमा का उल्लंघन:
16 और 17 मई को बेंगलुरु-लंदन रूट पर दो पायलट्स से नियंत्रित सीमा से अधिक ड्यूटी करवाई गई, जो सीधे तौर पर सुरक्षा मानकों का उल्लंघन है। -
✖️ सेफ्टी इक्विपमेंट की लापरवाही:
तीन एयरबस A320 विमानों में इमरजेंसी एस्केप स्लाइड जैसे जरूरी उपकरणों की समय पर जांच नहीं की गई। इनमें से एक विमान बिना निरीक्षण के दुबई, रियाद और जेद्दा जैसे रूट्स पर उड़ाया गया। -
✖️ रिकॉर्ड की गई इंटरनल रिपोर्ट:
यह भी सामने आया कि एयर इंडिया ने खुद ही DGCA को अपनी खामियों की रिपोर्ट सौंपी, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि कंपनी की आंतरिक प्रणाली में गंभीर गड़बड़ियां हैं।
⚖️ DGCA की सख्त कार्रवाई

जांच के बाद DGCA ने तीन वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश दिया, जिनमें शामिल हैं:
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एक डिविजनल वाइस प्रेसिडेंट (क्रू मैनेजमेंट)
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दो क्रू रोस्टर संचालन प्रभारी अधिकारी
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इन्हें क्रू ड्यूटी, शेड्यूलिंग और सुरक्षा निगरानी से पूरी तरह हटा दिया गया है
अन्य कार्रवाई:
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एयर इंडिया को “कारण बताओ नोटिस” जारी किया गया है
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DGCA ने सभी क्रू शेड्यूलिंग और सेफ्टी निरीक्षण रिकॉर्ड्स की दोबारा समीक्षा का आदेश दिया है
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DGCA अधिकारियों ने संकेत दिया है कि यदि और लापरवाहियां सामने आईं, तो लाइसेंस निलंबन या भारी आर्थिक दंड जैसे और कदम उठाए जा सकते हैं
आगे क्या? DGCA की सिफारिशें और संकेत
DGCA ने एयर इंडिया समेत सभी एयरलाइनों को चेतावनी दी है कि:
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क्रू शेड्यूलिंग में सख्ती से FDTL का पालन हो
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हर अंतरराष्ट्रीय उड़ान से पहले सभी सेफ्टी चेक्स की लिखित पुष्टि अनिवार्य की जाए
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वरिष्ठ अधिकारी जिम्मेदार ठहराए जाएं, न कि केवल पायलट या जूनियर स्टाफ
सार्वजनिक प्रतिक्रिया और एविएशन विशेषज्ञों की राय
विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि एयर इंडिया की ये गड़बड़ियां “सिस्टम फेल्योर” का नतीजा हैं। कई वरिष्ठ पायलटों ने कहा कि ओवरटाइम, रेस्ट टाइम की अनदेखी और रिपोर्टिंग का दबाव लंबे समय से उद्योग की बड़ी समस्या रही है।
निष्कर्ष:
एअर इंडिया की व्यवस्थागत लापरवाहियों ने न केवल यात्रियों की जान ली, बल्कि भारत के विमानन क्षेत्र की विश्वसनीयता को भी गहरा आघात पहुँचाया। DGCA की सख्ती सही दिशा में कदम है, लेकिन अगर सिस्टमिक सुधार नहीं हुआ, तो ऐसी घटनाएं दोहराई जा सकती हैं।