13 जून 2025, 10:55 AM IST
तेहरान/यरूशलेम:
आज की मुख्य खबरें:
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इजरायल का बड़ा सैन्य हमला: ईरान के प्रमुख परमाणु और मिसाइल ठिकानों को निशाना बनाया गया।
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जनरल हुसैन सलामी की मौत: ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख हमले में मारे गए।
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ऑपरेशन ‘राइजिंग लायन’: इजरायल का कहना है कि यह अभियान ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए था।
हमले का विवरण:
तेहरान: शुक्रवार तड़के, इजरायल ने ईरान पर एक बहुत बड़ा सैन्य हमला किया। इजरायल के लड़ाकू विमानों ने ईरान के प्रमुख परमाणु और मिसाइल ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें नतांज स्थित परमाणु संवर्धन केंद्र भी शामिल था। हमले के बाद, नतांज से घना काला धुआं उठते हुए देखा गया। इस हमले में ईरान के शक्तिशाली रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख, जनरल हुसैन सलामी, मारे गए। इसके अलावा, कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक भी शिकार बने।
इजरायल की प्रतिक्रिया:
इजरायल ने इस ऑपरेशन का नाम ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ रखा है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “ईरान की परमाणु क्षमता का विस्तार इजरायल के अस्तित्व के लिए गंभीर खतरा था, और इसे समाप्त करने के लिए हमने यह कदम उठाया है।”
ईरान का पलटवार:
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल को “कड़ी सजा” देने का संकल्प लिया है। साथ ही, ईरान की मीडिया ने इस हमले में कई शीर्ष अधिकारी और वैज्ञानिकों के मारे जाने की पुष्टि की है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं:
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अमेरिकी प्रतिक्रिया: अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा, “इजरायल ने ईरान के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की है, और अमेरिका की प्राथमिकता अपने सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।”
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IAEA की निगरानी: अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने नतांज स्थित परमाणु केंद्र को निशाना बनाए जाने की पुष्टि की है और विकिरण स्तर की निगरानी कर रही है।
आर्थिक और सैन्य परिणाम:
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तेल की कीमतों में उछाल: हमले के बाद, ब्रेंट क्रूड तेल की कीमतों में लगभग 8% की भारी वृद्धि देखी गई है।
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सुरक्षा अलर्ट: इजरायली रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने देशवासियों को जवाबी मिसाइल और ड्रोन हमलों की संभावना के लिए सतर्क किया है।
संदर्भ और आगे की स्थिति:
यह हमला इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव का एक नया अध्याय है। फिलहाल दोनों देशों ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है, और इजरायल के प्रमुख हवाई अड्डे भी अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं। दुनिया भर में इस स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है, क्योंकि पश्चिम एशिया में किसी भी बड़े सैन्य संघर्ष के क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव हो सकते हैं।
क्या ये हमले पूरी दुनिया के लिए एक बड़े युद्ध का संकेत हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार, इस हमले से युद्ध की स्थिति पैदा हो सकती है, और ऐसे में वैश्विक कूटनीति का महत्व और भी बढ़ गया है।