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रेल अभियंता की अधीनस्थ कर्मियों से छिड़ी जंग का कारण कहीं भ्रष्टाचार पर प्रहार तो नहीं


संवाददाता
मिर्जापुर,12 जून नवसत्ता: स्थानीय एडीईएन कार्यालय के अभियंता व उनके अधीनस्थ अधिकांश चतुर्थ श्रेणी के महिला व पुरुष कर्मचारियों से छिड़ी जंग के अंतहीन सिलसिले के दौरान प्याज के पर्तों की भांति कई चौंकाने वाले तथ्य परत-दर परत उजागर होने लगे हैं। सूत्रों की मानें तो चतुर्थश्रेणी के पदों पर तैनात कुछ कर्मचारियों द्वारा अपने अधिकारी की कथित शह पर रेल ट्रैक पर धूप छांव में जाकर ड्यूटी करने की बजाय पिछले कई वर्षों से ऑफिस में लाभ के पदों पर वर्षों से कुंडली मारकर बैठने के कारण
अधिकांश कर्मचारियों में निराशा तथा मायूसी के अलावा यहां की व्यवस्था के प्रति आक्रोश को देखते हुए तेजतर्रार अभियंता द्वारा जिम्मेदार मुखिया का फर्ज निभाते हुए ऑफिस में बैठे लोगों को डेजिग्नेशन के अनुसार उनकी असली ड्यूटी बताते हुए तैनाती स्थल पर रवाना किए जाने के कारण अधिकारी की हरकतों से दलाली की दुकानों का शटर गिरता देख कथित तौर पर सीधे-साधे महिला व पुरुष कर्मचारियों को बरगलाते हुए अभियंता के विरुद्ध लामबद्ध होकर मोर्चा खोला गया है।
सूत्रों की मानें तो यहां के इंस्पेक्टर आफ वर्क का कार्य क्षेत्र झिंगुरा से छिवकी तक होने तथा इसी मार्ग पर स्थित मेजा एवं नैनी में इनका आवास होने के कारण मिर्जापुर मुख्यालय प्रतिदिन आना संभव नहीं हो पाने की दशा में अपने अधीनस्थ चतुर्थ श्रेणी के समस्त कर्मचारियों की हाजिरी लगाने तथा उनके कार्य स्थल का निर्धारण करते हुए आईओडब्ल्यू के बिहाफ पर तैनाती आदेश जारी करने हेतु अधिकारी द्वारा कारपेंटर के पद पर तैनात अपनी ही बिरादरी के कर्मचारी को कथित तौर पर तैनात किया गया है, जिसके बारे में चर्चा है कि इस कर्मचारी द्वारा ड्यूटी लगाने के मामले में अर्थ सिद्धि हेतु वर्षों से सौतन और सहेली का खेल खेला जा रहा है।
इसी प्रकार रेल यूनियन के सदस्य तथा लुहार के पद पर तैनात व्यक्ति को अधिकारी ने स्टोर इंचार्ज बनाया है। जहां मनमानी ढंग से सामानों की खरीददारी पर बड़े पैमाने पर हेरा फेरी की चर्चा है। इतना ही नहीं आरोपित है कि पूर्व एसएसई अरविंद कुमार का कथित रिश्तेदार होने के नाते एक कर्मचारी विभाग में तैनाती के बाद एक भी दिन ड्यूटी पर नहीं गया अपितु ऑफिस में ही बैठकर निर्माण कार्य की फाइलें ठेकेदारों की मंशा के अनुरूप भुगतान हेतु आगे बढ़ाता है, जिसके बदले भारी भरकम सुविधा शुल्क के आदान-प्रदान की भी खबर है। बात यहीं समाप्त नहीं होती हेल्पर के पद पर तैनात व्यक्ति को भी स्वजातीय होने के कारण आईओडब्ल्यू साहब ने कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर वर्षों से तैनात कर रखा है, सूत्रों की मानें तो यहीं पर रेलवे में कार्य कर रहे बड़े-बड़े ठेकेदारों की कुंडली तैयार की जाती है, यही कारण है कि इन सीटों पर एसएसई साहब द्वारा तैनात किए गए धुरंधरों की योग्यता से काफी ज्यादा शिक्षित एवं काबिल कर्मचारी 45 डिग्री तापमान के बीच रेल पटरियों पर अथवा इधर-उधर के कार्य कर रहे हैं किंतु उन्हें ऑफिस में कथित तौर पर उपरोक्त मलाईदार सीटों पर बैठने का सौभाग्य नहीं मिल पा रहा। इतना ही नहीं साहब द्वारा चतुर्थ श्रेणी के ही पद पर तैनात एक महिला कर्मचारी को प्रति माह जरूरत से ज्यादा टीए(ट्रैवलिंग एलाउंस) तथा एन एच(नेशनल हॉलिडे, यह राष्ट्रीय पर्व के दिन ड्यूटी करने पर) का लाभ दिलाया जाना चर्चा का विषय बना है।
सूत्रों की मानें तो चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के बीच किए जा रहे पक्षपात पूर्ण रवैये के बारे में अवगत होने पर मौजूदा एडीईएन ने एक ही झटके में कार्यस्थल पर पहुंचकर सभी चहेतों को फटकारते हुए उन्हें वास्तविक ड्यूटी के बारे में अवगत कराते हुए उन्हें तत्काल कार्यस्थल पर भेज दिया। यद्यपि इस दौरान अधिकारी द्वारा असंसदीय भाषा उपयोग किए जाने की खबर है, किंतु अधिकारी की कार्यशैली से अधिकांश रेलकर्मी संतुष्ट दिखने लगे थे , इस दौरान वर्षों से चली आ रही मठाधीशी समाप्त होने से अचानक दुकान बंद होता देख कुछ लोगों द्वारा सीधे-साधे कर्मचारियों को दिग्भ्रमित करते हुए एडीईएन के विरुद्ध लामबद्ध किया गया। इसी दौरान अभियंता द्वारा आधी आधी रात को रेलवे कॉलोनी में घूम कर खुद पुलिसिंग करते हुए रास्ते में मिले व्यक्ति से कथित तौर पर असंसदीय शब्दों के साथ सवाल जवाब करने तथा वाहनों का हवा निकाल दिए जाने के अलावा कार्यस्थल पर पहुंचकर अचानक रिटायर्ड फौजी कर्मचारी का कथित तौर पर गला दबाए जानें की घटनाओं का प्रसारण होने के बाद अभियंता के विरोध में खड़े होने वालों की संख्या में गुणोत्तर वृद्धि होती चली गई। यहां तक की कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल एससीआरएमयू (नॉर्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन) के बैनर तले प्रयागराज पहुंचकर मंडल रेल प्रबंधक से अभियंता की शिकायत करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने तक की मांग कर डाली। कुछ महिला कर्मियों ने तो लाली, लिपस्टिक पर कमेंट किए जाने तक का आरोप लगाया है। फिलहाल मिली जानकारी के अनुसार अभियंता को जबरिया छुट्टी पर भेज दिया गया है उनके स्थान पर नैनी के एडीईएन को मिर्जापुर का भी प्रभार दिया गया है।

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