नई दिल्ली, नवसताः दिल्ली में आज आतिशी ने 8वीं मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में आयोजित हुआ। उनके साथ गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत ने भी मंत्री पद की शपथ ली। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली शराब घोटाला मामले में जेल से रिहा होने के बाद 17 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
अरविंद केजरीवाल की ओर से सीएम पद से इस्तीफा देने के ऐलान के बाद विधायक दल की बैठक हुई जिसमें आतिशी के नाम पर सीएम पद के लिए मुहर लगी। आपको बता दें कि आतिशी पिछली केजरीवाल सरकार में कैबिनेट मंत्री थीं। अब आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण कर चुकीं हैं।
आतिशी अन्ना आंदोलन के समय से ही केजरीवाल के साथ थीं
ऐसा माना जाता है कि आतिशी केजरीवाल की सहयोगी और विश्वासपात्र है। अन्ना आंदोलन के समय से ही वो केजरीवाल के साथ हैं। केजरीवाल सरकार में सबसे ज्यादा मंत्रालय भी इन्हीं के पास थे। आतिशी शिक्षा के लिए मंत्री बनने से पहले पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के सलाहकार के रूप में भी काम कर चुकी हैं.
पहली बार आतिशी विधायक साल 2020 में निर्वाचित हुईं
आतिशी दिल्ली के साल 2020 के विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक निर्वाचित हुई थीं. इसके बाद 2023 में केजरीवाल ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया। आम आदमी पार्टी ने उन्हें 2020 के चुनाव में दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था. उन्होंने इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार धर्मवीर सिंह हराया था.
दिल्ली की तीसरी महिला युवा मुख्यमंत्री बनीं आतिशी
आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला युवा मुख्यमंत्री के रूप में आज शपथ ले चुकीं हैं। इससे पूर्व बीजेपी की दिवंगत और दिग्गज नेता सुषमा स्वराज, कांग्रेस की शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकीं हैं। सुषमा स्वराज का कार्यकाल बहुत छोटा था जबकि शीला दीक्षित 15 साल दिल्ली की सीएम के रूप में कार्य किया।