लुधियाना,3 अगस्त (नवसत्ता ) : नगर निगम की हेल्थ ब्रांच में जो करोड़ों का घोटाला सामने आया था, उसकी रिकवरी के लिए जारी नोटिसों से खुलासा हुआ है कि फर्जी सफाई कर्मियों के साथ रेगुलर मुलाजिमों को भी गलत तरीके से फंड ट्रांसफर हुआ था।
यह मामला कैग की रिपोर्ट से जुड़ा हुआ है, जिसके मुताबिक कई लोगों को सफाई कर्मी बताकर उनके खाते में स्टेप अप का फंड ट्रांसफर कर दिया गया, लेकिन वह नगर निगम के मुलाजिम ही नही हैं। इन लोगों को फंड की रिकवरी के लिए नोटिस जारी किए गए तो यह बात सामने आई कि इनमें से 3 मुलाजिम रेगुलर हैं और उनमें से 2 सफाई कर्मियों के अकाउंट में ट्रांसफर किए गए करीब 10 लाख की उनकी सर्विस बुक में एंट्री ही नही की गई। जिसके मद्देनजर कमिश्नर द्वारा इन मुलाजिमों से नगर निगम के फंड की रिकवरी के साथ ही पहले गलत तरीके से पैसा ट्रांसफर करने की सिफारिश करने वाले हेल्थ ब्रांच के अमला क्लर्क की जिम्मेदारी फिक्स करने के निर्देश दिए गए हैं।
बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए दिए गए एड्रेस भी निकले फर्जी
इस मामले से जुड़ा हुआ एक पहलू यह भी है कि हेल्थ ब्रांच के स्टाफ द्वारा जिन लोगों को मुलाजिम बताकर गलत तरीके से फंड ट्रांसफर किया गया था, उनके द्वारा बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए दिए गए एड्रेस भी फर्जी निकले हैं। क्योंकि नगर निगम द्वारा इन लोगों को फंड की रिकवरी के लिए जारी किए गए आधे से ज्यादा नोटिस उनके एड्रेस पर मौजूद न होने की रिपोर्ट के साथ वापिस आ गए हैं।
जमानत लेने में कामयाब हो चुके हैं आरोपी
इस मामले में कमिश्नर द्वारा सेनेटरी इंस्पेक्टरों सहित हेल्थ ब्रांच के 7 मुलाजिमों को सस्पेंड करने के साथ उनके खिलाफ केस दर्ज करवाने की कार्रवाई की गई थी। लेकिन थाना डिवीजन 5 की पुलिस को इन मुलाजिमों को काबू करने में सफलता हासिल न होने का फायदा उठाकर वह जमानत लेने में कामयाब हो चुके हैं।