लखनऊ/फिरोजाबाद,नवसत्ता : उत्तर प्रदेश की राजधानी समेत कई इलाकों में वायरल बुखार का कहर टूटता दिख रहा है। लखनऊ में बुखार से पीड़ित 400 से ज़्यादा मरीज कई सरकारी अस्पतालों में भर्ती हुए हैं। खास बात यह है कि पीड़ितों में बच्चों की संख्या अच्छी खासी है। हाल ही में फिरोजाबाद में सीएमओ का ट्रांसफर किए जाने और एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम तैनात किए जाने के बाद अब 3 डॉक्टरों को भी निलंबित कर दिया गया है। जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
फिरोजाबाद में बुखार से मौतों की संख्या एक सप्ताह में करीब 50 हो गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान 6 लोगों के जान गंवाने की खबरें आ रही हैं। डेंगू और वायरल बुखार से शहर में दहशत का माहौल बन गया है। इस बुखार से कम से कम 40 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि खबरों में मौत का यह आंकड़ा 47 और 60 तक भी बताया जा रहा है। बुधवार रात चार लोगों और गुरुवार को दो बच्चों की मौत से यह आंकड़ा गंभीर होता जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की पुष्टि के हवाले से खबर है कि फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में 285 बच्चों समेत कुल 375 बुखार पीड़ित मरीजों का इलाज चल रहा है। कुछ ही दिन पहले यहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दौरे पर आए थे और अस्पतालों में जाकर बच्चों का हाल जाना था। उस समय उन्होंने विभाग को संबंधित निर्देश भी दिए थे। इसके बाद बावजूद यहां हालात बेकाबू दिख रहे हैं। जिला मजिस्ट्रेट चंद्रविजय सिंह ने लापरवाही के आरोप में यहां तीन डॉक्टरों को सस्पेंड भी किया।
उप्र की राजधानी के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में 40 बच्चों के साथ ही कुल करीब 400 मरीज भर्ती हुए हैं, जिन्हें बुखार की शिकायत है। खबरों की मानें तो यहां ओपीडी में 20 फीसदी केस बुखार, सर्दी और कंजेस्शन संबंधी आ रहे हैं। बलरामपुर अस्पताल, लोहिया अस्पताल और सिविल अस्पताल में खासी संख्या में ऐसे मरीज़ पहुंच रहे हैं। यह भी बताया जा रहा है कि पिछले हफ्ते की तुलना में इन केसों में 15 प्रतिशत का इजाफा हो गया है।
खास की बात तो यह है कि फिरोजाबाद में जहां स्वास्थ्य विभाग इसे डेंगू मान रहा है तो लखनऊ में डॉक्टर इसे मौसमी फ्लू बता रहे हैं। आगरा के संभागीय आयुक्त अमित गुप्ता ने फिरोजाबाद में एक हफ्ते में 40 मौतों की पुष्टि करते हुए कहा कि प्राथमिक लक्षण डेंगू जैसे दिखे हैं। वहीं लखनऊ में डॉक्टरों का कहना है कि वायरल फीवर व इससे जुड़ी अन्य शिकायतों के मामलों में 20 फीसदी इजाफा दिखा है तो डेंगू के सिर्फ तीन मरीज अस्पतालों में हैं।