काबुल,नवसत्ता : अफगानिस्तान में अब फिर से तालिबान का शासन लौट आया है इसी बीच तालिबान ने बड़ा फरमान जारी करते हुए कहा है कि किसी भी सरकारी कर्मचारी को डरने की जरूरत नहीं हैं। आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। सभी काम पर लौट आएं, किसी के कुछ नहीं कहा जाएगा।
इतना ही नहीं तालिबान ने सभी सरकारी कर्मचारियों को ‘आम माफी’ देने का ऐलान किया। तालिबान ने बयान में कहा, ‘सभी के लिए आम माफी का ऐलान किया जा रहा है, ऐसे में आप अपनी रूटीन लाइफ पूरे विश्वास के साथ शुरू कर सकते हैं। ‘
तालिबान ने अफगानिस्तान में शरिया कानून लागू कर इसे इस्लामिक अमीरात बनाना चाहता है। तालिबान ने कहा कि हमारा संगठन जल्द ही काबुल में राष्ट्रपति परिसर से अफगानिस्तान को इस्लामी अमीरात बनाने का ऐलान करेगा। सत्ता हस्तांतरण के लिए समन्वय परिषद का गठन किया गया है। आज परिषद के सदस्य तालिबानी नेताओं से बात करेंगे।
बता दें कि अफगानिस्तान पर पूरी तरह कब्जा करने के बाद वहां तालिबान का खौफ नजर आ रहा है। देश छोडऩे के लिए एयरपोर्ट से लेकर हर जगह भगदड़ मची है। तालिबान के खौफ से पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों ने वर्दी उतार दी है। वे अपने घर छोड़कर अंडरग्राउंड हो गए हैं। तालिबान ने कर्मचारियों, पुलिस और सैन्य अफसरों, पत्रकारों और विदेशी एनजीओ से जुड़े लोगों की तलाश में डोर-टु-डोर सर्च शुरू कर दिया है। काबुल में अफगान सुरक्षाबलों के अब दस्ते नहीं बचे हैं।
इसी बीच अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बीती रात बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में हालात अचानक बदल गए। इसका असर दूसरे देशों पर भी पड़ा है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। बाइडन ने तालिबान को चेतावनी भी दी है कि अगर अमेरिकियों को नुकसान पहुंचाया तो तेजी से जवाब दिया जाएगा।
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