नई दिल्ली, नवसत्ता : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। उन्होंने इसे एक अच्छा कदम बताया। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनके पास इस बात की कोई ठोस जानकारी नहीं है।
ट्रंप ने कहा, “मैंने यही सुना है। मुझे नहीं पता कि यह बात सही है या गलत, लेकिन यह एक अच्छा कदम है। देखते हैं क्या होता है।”
यह टिप्पणी व्हाइट हाउस द्वारा लगभग 70 देशों के निर्यात पर अमेरिका द्वारा लगाए जाने वाले नए शुल्क की घोषणा के ठीक एक दिन बाद आई है। इस नए सरकारी आदेश के तहत, भारत पर 25 प्रतिशत का शुल्क लगाया जाएगा। हालांकि, इस आदेश में रूस से सैन्य उपकरण और ऊर्जा खरीद पर किसी अतिरिक्त जुर्माने का उल्लेख नहीं किया गया है।
विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
इस मामले पर भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच हितों, लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों से लोगों के बीच मजबूत संबंधों पर आधारित एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है।
भारत और रूस के ऊर्जा संबंधों के सवाल पर उन्होंने कहा, “हम अपनी ऊर्जा जरूरतों को वैश्विक परिस्थितियों और बाजार में उपलब्ध विकल्पों के आधार पर तय करते हैं।”