हजारों लोगों ने किया स्वागत, युवाओं में उत्साह, सरकार ने किया ‘राजकीय सम्मान’ का ऐलान
लखनऊ,नवसत्ता:
आज का दिन देश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया। अंतरिक्ष से सफल वापसी करने वाले भारत के युवा वैज्ञानिक और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का लखनऊ में अभूतपूर्व स्वागत हुआ। राजधानी लखनऊ में सुबह से ही हज़ारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, हर चौराहे, हर सड़क पर तिरंगे लहराते दिखे। मानो कोई त्यौहार मनाया जा रहा हो – लेकिन यह त्यौहार एक सपने के साकार होने का था।
एयरपोर्ट से उनके निकलते ही फूलों की वर्षा होने लगी। सेना के बैंड की धुनों पर उनके स्वागत में नाचते बच्चे, ढोल-नगाड़ों की गूंज और ‘शुभांशु अमर रहें’ के नारों से लखनऊ की सड़कों का नज़ारा देखने लायक था। उनका काफिला जैसे-जैसे आगे बढ़ा, जनसैलाब और घना होता गया।
मुख्यमंत्री आवास पर विशेष सम्मान समारोह आयोजित हुआ, जहाँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें ‘वीर भारत सम्मान’ प्रदान किया और ऐलान किया कि राज्य सरकार शुभांशु शुक्ला के सम्मान में “शुभांशु नवाचार केंद्र” की स्थापना करेगी, जो युवाओं को विज्ञान व अंतरिक्ष अनुसंधान की दिशा में प्रशिक्षित करेगा।
इसके बाद आयोजित सार्वजनिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा:
“शुभांशु न केवल उत्तर प्रदेश के गौरव हैं, बल्कि वे नए भारत के आत्मविश्वास और साहस का प्रतीक हैं।”
शुभांशु ने छात्रों से बातचीत में कहा:
“मुझे अंतरिक्ष में जो तन्हाई मिली, उसी ने मुझे देश की मिट्टी की कीमत समझाई। आज जो प्यार मिल रहा है, वह मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।”
शाम को आयोजित रोड शो में एक किलोमीटर लंबा जनसमूह उनके स्वागत में उमड़ पड़ा। लोग उनके पोस्टर, बैनर और कटआउट लेकर सड़कों पर खड़े थे। महिलाओं ने आरती उतारी, युवाओं ने सेल्फी ली और बुजुर्गों ने उन्हें गले लगाया।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने किया ऐलान:
भारत सरकार जल्द ही शुभांशु शुक्ला को “पद्म सम्मान” से अलंकृत करेगी। इसके साथ ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने उन्हें युवा वैज्ञानिकों के लिए ग्लोबल मिशन कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया है।
आज का दिन शुभांशु शुक्ला के जीवन का ही नहीं, भारत के अंतरिक्ष इतिहास का भी गौरव दिवस बन गया।
देश ने देखा कि जब एक गाँव का बेटा अंतरिक्ष छूकर लौटता है, तो ज़मीन पर भी सितारा बन जाता है।