नई दिल्ली,नवसत्ता: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा से आयात होने वाली वस्तुओं पर 35 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की है। यह कदम दोनों देशों के बीच दशकों पुराने संबंधों में तनाव पैदा कर सकता है। यह नई शुल्क दरें 1 अगस्त से लागू होंगी।
‘फेंटानायल’ तस्करी बनी मुख्य वजह
राष्ट्रपति ट्रंप ने कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी को संबोधित एक पत्र में इस वृद्धि का कारण बताया। उन्होंने कहा कि यह कदम कनाडा पर फेंटानायल की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। हालांकि, अमेरिका में इस मादक पदार्थ की तस्करी में कनाडा की भूमिका सीमित मानी जाती है। इससे पहले फरवरी में 25 प्रतिशत शुल्क की घोषणा की गई थी, जिसे अब और बढ़ाया गया है।
व्यापारिक चुनौतियां भी एक मुद्दा
ट्रंप ने अपने पत्र में यह भी स्पष्ट किया कि फेंटानायल की तस्करी ही एकमात्र चुनौती नहीं है। उन्होंने लिखा, “मुझे यह भी उल्लेख करना चाहिए कि फेंटानायल की तस्करी ही हमारे लिए कनाडा के साथ एकमात्र चुनौती नहीं है। कनाडा कई प्रकार की शुल्क और गैर-शुल्क नीतियां अपनाए हुए है तथा व्यापारिक अड़चनें भी हैं।”
कनाडा की ‘विश्वसनीय साझेदार’ की छवि
डोनाल्ड ट्रंप के इस पत्र से कुछ घंटे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर के साथ अपनी एक तस्वीर साझा की थी। उन्होंने लिखा था, “वैश्विक व्यापारिक चुनौतियों के बीच, विश्व अब कनाडा जैसे भरोसेमंद आर्थिक साझेदारों की ओर देख रहा है।” ट्रंप ने हाल ही में कई देशों को शुल्क से संबंधित पत्र भेजे हैं, जिसमें ब्राजील पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाया जाना भी शामिल है।