- मुख्यमंत्री को आई.जी.आर.एस पर भेजी गयी रिपोर्ट थाने पर मान्य नहीं- थानाअध्यक्ष दक्षिण टोला
- तहसीलदार ने अपने जांच रिपोर्ट में की अवैध ब्रिकी की पुष्टि
लखनऊ,नवसत्ताः एक तरफ जहां प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी ने जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों भू-माफियों के खिलाफ अभियान प्रारंभ कर रखा है। वही यह अभियान प्रदेश के मऊ में जिले में दम तोड़ती नजर आ रही है। यह मामला मऊ जिले के थाना दक्षिण टोला का है। पीडि़ता लक्ष्मी देवी, डोमनपुरा निवासी ने अपने हिस्से की जमीन पर 12 लोगों के गैंग के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। जिसका अराजी नंबर 70 व 71 है। जिसमें सरकारी कागजों में हेरफेर करके, आपस में फर्जी बैनामा करा लिया था। जिसका एफआईआर संख्या 201/2021 है। जिसमें 419/420 व 120बी की धारा में मामला दर्ज है। इस मामले में सदर तहसीलदार ने भी रिर्पोट लगाया है कि पीड़िता लक्ष्मी देवी की जमीन को गलत तरीके से बेचा गया है। जिसकी रिर्पोट मुख्यमंत्री को भी भेजी गयी है। वही थाना अध्यक्ष दक्षिण टोला का कहना है कि मुख्यमंत्री को भेजी गयी रिर्पोट थाने पर मान्य नहीं होती है। जबकि आई.जी.आर.एस. एवं मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण की जारी अद्यतन सूची में प्रदेश स्तर पर जनपद मऊ ने तीसरी रैंक हासिल की है।
कौन है पीड़िता लक्ष्मी देवी
लक्ष्मी देवी पत्नी स्वं0 रामनरायण की पत्नी है। जो कि डोमनपुरा मऊ, थाना दक्षिण टोला की निवसी है। वर्तमान समय में ये कोलकाता में रहती है। ये पैदल नहीं चल पाती है। इनके दिल का इलाज चल रहा है। इनके पति और इलकौते पुत्र की मौत हो चुकी है। वर्तमान में अपने लड़की के यहां रहती है। बहू ने घर से निकाल दिया है। इसी जमीन के सहारे इनका जीवन यापन होने वाला था।
तहसीलदार की रिपोर्ट ने की अवैध ब्रिक्री की पुष्टि
इस मामले में एक प्रार्थना पत्र एसडीएम सदर को दिया गया था। जिसमें तहसीलदार सदर ने रिपोर्ट लगाया कि पीड़िता लक्ष्मी देवी की जमीन को अवैध तरीके से बेचा गया है। जिसकी रिपोर्ट तहसीलदार ने मुख्यमंत्री को भी भेजी है।
जिले पर अपर मुख्य सचिव गृह, डीजीपी कार्यालय, उपमुख्यमंत्री व एके के शर्मा के यहां से आये पत्रों का कोई असर नहीं
पीड़िता के लड़की रजनी चौरसिया के तरफ से इस मामले में अपर मुख्य सचिव गृह संजय प्रसाद को भी एक प्रार्थना पत्र 17 अक्टूबर को दिया गया था। जिसे जिले पर पता करने पर कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इससे पूर्व 9 जून को भी एक प्रार्थना पत्र दिया गया था। जो वर्तमान समय में सीओ सदर के कार्यालय में रखी पड़ी है। जिस पर कोई
भी कार्रवाई नहीं की गयी है।
जिले के सामने डीजीपी कार्यालय पस्त
डीजीपी कार्यलय की बात करें तो पिछले एक साल में लगभग 10 बार से अधिक पत्र कार्यालय में जन शिकायत के माध्यम से दिया जा चुका है। कई बार जनशिकायत के डीआईजी अमित पाठक ने फोन भी किया, लेकिन पीड़िता को कोई न्याय नहीं मिला।
हालात ये है कि पत्रों का जबाव तक नहीं दिया गया है। यह फोन पूर्व पुलिस अधीक्षक सुशील घुले के समय किया गया था। जो कि वर्तमान में सीतापुर में तैनात है।
दोनों उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या व बृजेश पाठक को भी दिया गया पत्र
इस मामले में केशव प्रसाद मौर्या के कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया गया था व बृजेश पाठक को भी दिया गया है। लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गयी है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के यहां से पिछले एक साल में लगभग 8 बार प्रार्थना पत्र दिया जा चुका है। लेकिन जिले पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है। कुछ प्रार्थना पत्र उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या के यहां आज के दिनांक में भी लंबित है उनके आईजीआरएस पोर्टल पर।
पीड़िता के रिस्तेदार मुख्यमंत्री से मिलने का समय लेने की तैयारी में
जानकारी के मुताबिक पीड़िता चल नहीं पाती है। जिससे उनके कुछ रिस्तेदार व उनकी लड़की ने मुख्यमंत्री से मिलने के लिये समय मांगने के लिए आवेदन की तैयारी कर रही है। जो कि उम्मीद की जा रही है इसी महीने मुलाकात संभव हो सकती है।
किन 12 लोगों के खिलाफ हुआ है एफआईआर
1-मो. अली पुत्र नियाज अहमद, पठान टोला, मऊ
2- इम्तेयाज अहमद, पुत्र हसन लाला, क्यारी टोला मऊ,
3- नेसार अहमद, पुत्र अब्दुल हकीम, कटरा, कोतवाली, मऊ
4-शमशाद, पुत्र अमीर हसन, मदनपुरा, मऊ
5-वन्दना प्रसाद, पति स्व. रोहन प्रसाद, डोमनपुरा, मऊ
6-अमरूल हसन, पिता फैजुल हसन, नवापुरा पश्चिम मऊ
7- अशोक कुमार चौरसिया, स्व. रामबृक्ष चौरसिया, डोमनपुरा, मऊ
8- विनोद चौरसिया, पुत्र स्व. रामबृक्ष चौरसिया, डोमनपुरा मऊ
9-अरविंद चौरसिया,पुत्र स्व. रामबृक्ष चौरसिया, डोमनपुरा मऊ
10- अनवार अहमद, पुत्र हफीजुल्लाह, मुगलपुरा मऊ
11-इम्तेयाज अहमद, पुत्र इकबाल अहमद, मिर्जाहादी पुरा, अजीमाबाद,मऊ
12- जावेद ड्राईवर, मुंशीपुरा कोतवाली, मऊ