जम्मू, नवसत्ता: जम्मू कश्मीर में राजौरी जिले के थानामंडी इलाके में गुरुवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना के जेसीओ शहीद हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक, वन क्षेत्र में 3 से 4 आतंकी मौजूद हैं और आतंकियों की हर एक गोली का सुरक्षाबल मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिले राजौरी में गुरुवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक जवान घायल हो गया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने थानामंडी इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया था। अधिकारी ने बताया कि तलाशी अभियान तब मुठभेड़ में बदल गया, जब आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां दागनी शुरू कर दीं। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने आंतकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
वहीं, 12 अगस्त को कुलगाम जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के काफिले पर गोलीबारी के बाद आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हो गई थी, जिसमें एक सुरक्षाकर्मी सहित तीन लोग घायल हो गए थे। अधिकारियों ने बताया था कि बीएसएफ के काफिले पर जिस समय हमला हुआ था उस वक्त वह काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था। उन्होंने बताया था कि आतंकवादियों ने कुलगाम जिले में काजीगुंड क्षेत्र के मालपोरा में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीएसएफ के काफिले पर गोलीबारी की थी।
इसी इलाके में छह अगस्त को पुलिस ने दो आतंकियों को मार गिराया था। राजौरी में 6 अगस्त को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी। अधिकारियों ने बताया था कि खुफिया जानकारी मिलने के बाद पुलिस और सुरक्षाबलों ने जिले के थानामंडी वन क्षेत्र में घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था। सुरक्षाबलों के आतंकवादियों तक पहुंचने के बाद मुठभेड़ शुरू हुई थी।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा था कि शुरुआती हमले में कोई घायल नहीं हुआ और बाद में आतंकवादियों को घेर लिया गया। पुलिस ने कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार के हवाले से बताया था कि आतंकवादियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुलगाम में बीएसएफ काफिले पर गोलीबारी की थी।