नई दिल्ली,नवसत्ता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जुलाई को मालदीव की राजधानी माले में भारत की सहायता से निर्मित रक्षा मंत्रालय के नए भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भाग लिया और दोनों देशों के बीच बढ़ते भरोसे, गहरी मित्रता और समुद्री सुरक्षा सहयोग को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “यह भवन केवल एक इमारत नहीं, बल्कि हमारी साझा प्रतिबद्धता और मजबूत संबंधों का ठोस प्रतीक है।”
रक्षा और सुरक्षा में घनिष्ठ सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह भवन मालदीव की सुरक्षा क्षमताओं को मज़बूत करेगा और भारत-मालदीव रक्षा सहयोग को नई ऊँचाई देगा। भारत, मालदीव की राष्ट्रीय रक्षा बल और पुलिस सेवा को प्रशिक्षण, उपकरण और ढांचागत सहायता प्रदान करेगा, जिससे द्विपक्षीय सहयोग और मज़बूत होगा।
“भारत मालदीव का सबसे भरोसेमंद मित्र”
पीएम मोदी ने मालदीव को भारत की पड़ोसी प्रथम नीति और महासागर क्षेत्रीय दृष्टिकोण का अहम भाग बताते हुए कहा कि भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद मित्र होने पर गर्व है। उन्होंने याद दिलाया कि भारत हर संकट में मालदीव के साथ खड़ा रहा है। इस वर्ष दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस अवसर पर पारंपरिक नौकाओं की तस्वीर वाले स्मारक डाक टिकट भी जारी किए गए।
हिंद महासागर में साझी सुरक्षा
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और मालदीव का साझा लक्ष्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि है। उन्होंने कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन के तहत क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा को सुदृढ़ करने पर बल दिया, जिसमें भारत, मालदीव, श्रीलंका और मॉरीशस शामिल हैं। भारत, मालदीव को निगरानी राडार प्रणाली और तटीय सुरक्षा उपकरण भी प्रदान करेगा ताकि समुद्री खतरों से निपटा जा सके।
जलवायु परिवर्तन और अक्षय ऊर्जा
पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन को दोनों देशों के लिए एक साझा संकट बताया और कहा कि भारत, मालदीव के साथ सौर ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता की परियोजनाओं में सहयोग करेगा। उन्होंने मालदीव को “एक सूर्य, एक विश्व, एक ऊर्जा ग्रिड” जैसी अंतरराष्ट्रीय पहल में भागीदार बनाने का आश्वासन भी दिया।
आर्थिक और बुनियादी ढांचा सहयोग
प्रधानमंत्री ने मालदीव को 565 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता देने की घोषणा की। साथ ही, भारत और मालदीव मुक्त व्यापार समझौता और निवेश समझौता पर बातचीत कर रहे हैं ताकि व्यापार और निवेश को गति मिले। भारत की सहायता से 4000 सामाजिक आवास इकाइयाँ बनाई जा रही हैं। वहीं, ग्रेटर माले संपर्क परियोजना जैसे बड़े आधारभूत ढांचे मालदीव की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देंगे।
पीएम मोदी का भव्य स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी का माले में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। पूरे शहर में उनके पोस्टर लगे थे, बच्चों ने हाथों में उनके चित्र लेकर सड़कों पर स्वागत किया। मालदीव की राजधानी में रक्षा मंत्रालय के भवन पर उनकी विशाल तस्वीर भी लगाई गई थी। यह दौरा राष्ट्रपति मुइज्जू के कार्यकाल में किसी विदेशी नेता की पहली आधिकारिक यात्रा है।
‘इंडिया आउट’ से ‘भारत के साथ’ तक
बीते वर्ष राष्ट्रपति मुइज्जू के “इंडिया आउट” अभियान के कारण दोनों देशों के संबंधों में तनातनी देखी गई थी। परंतु अक्टूबर 2024 में उनके भारत दौरे और अब मोदी के मालदीव दौरे से नई गर्मजोशी और विश्वास का दौर शुरू हुआ है। राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत द्वारा दी गई 100 करोड़ डॉलर की कोष सहायता और 400 करोड़ डॉलर की मुद्रा अदला-बदली व्यवस्था के लिए आभार व्यक्त किया।
निष्कर्ष
पीएम मोदी का यह दौरा केवल कूटनीतिक रस्म अदायगी नहीं, बल्कि भारत-मालदीव संबंधों के नए युग की शुरुआत है—जहाँ मित्रता, सहयोग और साझा समृद्धि की नींव और अधिक मजबूत हो रही है।