IPS अधिकारी रवीना त्यागी के पति को ऑफिस के कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा गया, प्रदेश की कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
संवाददाता
लखनऊ, 29 मई नवसत्ताः— उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयकर विभाग के भीतर ऐसा मामला सामने आया है जिसने न सिर्फ विभाग को हिला कर रख दिया है बल्कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हजरतगंज स्थित आयकर विभाग के कार्यालय में IRS (भारतीय राजस्व सेवा) के वरिष्ठ अधिकारी गौरव गर्ग, जो विभाग में डिप्टी कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं, पर कथित रूप से उनके ही सहकर्मी असिस्टेंट कमिश्नर ने हमला कर दिया।
क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 29 मई को लखनऊ के हजरतगंज स्थित इनकम टैक्स ऑफिस में विभागीय कार्यों के दौरान किसी मसले को लेकर डिप्टी कमिश्नर गौरव गर्ग और एक असिस्टेंट कमिश्नर के बीच कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि असिस्टेंट कमिश्नर ने कथित रूप से गौरव गर्ग को एक कमरे में बंद कर दिया और फिर वहां मारपीट शुरू कर दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बहस के दौरान गुस्से में आकर आरोपी अधिकारी ने गौरव गर्ग के चेहरे पर पानी का गिलास दे मारा, जिससे उनके सिर और कान में गंभीर चोटें आईं। घायल अवस्था में उन्हें एम्बुलेंस से सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत को देखते हुए भर्ती कर लिया गया।
पुलिस में शिकायत, जांच शुरू
गौरव गर्ग ने इस हमले को लेकर हजरतगंज पुलिस थाने में औपचारिक तहरीर दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी असिस्टेंट कमिश्नर से पूछताछ की जा रही है। इस घटना के बाद इनकम टैक्स विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों में डर और तनाव का माहौल है। बताया जा रहा है कि यह विवाद लंबे समय से चले आ रहे आपसी मतभेदों और कार्यशैली को लेकर था, जो इस हद तक बढ़ गया।
क्यों बना मामला हाई प्रोफाइल?
गौरव गर्ग की पत्नी रवीना त्यागी उत्तर प्रदेश कैडर की वरिष्ठ IPS अधिकारी हैं और लखनऊ में ही तैनात हैं। वह पहले डीसीपी सेंट्रल रह चुकी हैं और तेजतर्रार व सख्त अधिकारी के तौर पर जानी जाती हैं। ऐसे में एक वरिष्ठ केंद्रीय सेवा अधिकारी पर हमला और वह भी राजधानी में, इस घटना को राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में सुर्खियों में ला खड़ा करता है।
रवीना त्यागी को जब घटना की जानकारी मिली तो वह खुद मौके पर पहुंचीं और पूरी स्थिति का जायजा लिया। माना जा रहा है कि उन्होंने भी पुलिस और विभागीय उच्चाधिकारियों से इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है।
क्या कहता है आयकर विभाग?
आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अभी तक इस मामले में कोई औपचारिक बयान देने से बच रहे हैं, लेकिन आंतरिक सूत्रों के अनुसार, विभाग भीतरी अनुशासनात्मक जांच शुरू करने पर विचार कर रहा है। यह मामला केवल आपसी झगड़ा नहीं बल्कि सिविल सेवा आचार संहिता के गंभीर उल्लंघन और शारीरिक हिंसा से जुड़ा है, जिसकी गूंज दिल्ली तक पहुंच सकती है।
सवालों के घेरे में कानून व्यवस्था
प्रदेश की राजधानी के एक प्रमुख केंद्रीय कार्यालय में दिनदहाड़े हुई यह घटना प्रदेश की कानून व्यवस्था और प्रशासनिक नियंत्रण पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाती है। सवाल यह भी है कि क्या वरिष्ठ अधिकारी भी अब अपने ही विभाग में सुरक्षित नहीं हैं? और क्या विभागीय विवादों को सुलझाने के बजाय अब हिंसा का रास्ता अपनाया जाने लगा है?
निष्कर्ष
यह मामला केवल एक विभागीय झगड़े का नहीं बल्कि एक गंभीर प्रशासनिक विफलता और राजस्व सेवा के भीतर असंतोष की कहानी बयां करता है। चूंकि इसमें एक IPS अधिकारी की भी अप्रत्यक्ष रूप से भूमिका सामने आती है, इसलिए आने वाले दिनों में यह मसला और अधिक तूल पकड़ सकता है। अब देखना यह होगा कि पुलिस और आयकर विभाग इस मामले में कितनी तेजी और निष्पक्षता से कार्रवाई करता है।