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हरिद्वार, नवसत्ता : श्रावण मास की भीड़ के बीच हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह हुई भगदड़ ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 8 श्रद्धालुओं की मौत और 35 के घायल होने की पुष्टि हुई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। साथ ही मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
📍 घटना का विवरण
श्रावण महीने के चलते मनसा देवी मंदिर में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ उमड़ रही थी। आज सुबह जैसे ही मंदिर का पट खुले और श्रद्धालुओं को अंदर प्रवेश दिया गया, एक संकरी सीढ़ी पर भीड़ बेकाबू हो गई। कुछ लोगों के फिसलने के बाद आगे-पीछे से धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी स्थिति संभालने की कोशिश करते रहे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
🕯️ मृतकों की पहचान इस प्रकार की गई है:
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आरूष (उम्र 12 वर्ष)
पुत्र श्री पंकज उर्फ प्रवेश, निवासी – सौदा, बरेली (उत्तर प्रदेश) -
विक्की सैनी (उम्र 18 वर्ष)
पुत्र श्री रिक्का राम सैनी, निवासी – ग्राम विलासपुर, जिला रामपुर (उत्तर प्रदेश) -
वकील (उम्र लगभग 35 वर्ष)
पुत्र भरत सिंह, निवासी – मौहतलवाद, जिला बाराबंकी (उत्तर प्रदेश) -
शांति देवी (उम्र लगभग 60 वर्ष)
पत्नी श्री रामभरोसे, निवासी – जिला बदायूं (उत्तर प्रदेश) - विशाल (उम्र लगभग 19 वर्ष)
- विपिन (उम्र लगभग 18 वर्ष)
- रामभरोसे (उम्र लगभग 65 वर्ष)
- अज्ञात (उम्र लगभग 19 वर्ष)
🚑 प्रशासन की प्रतिक्रिया
मौके पर तुरंत एसडीआरएफ, पुलिस और एम्बुलेंस सेवा पहुंची और घायलों को इलाज के लिए हरिद्वार जिला अस्पताल भेजा गया। कई अन्य श्रद्धालु भी मामूली रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज जारी है। प्रशासन ने मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की आवाजाही को अस्थायी रूप से रोक दिया है।
🗣️ प्रशासन का बयान
हरिद्वार के जिलाधिकारी ने पुष्टि की कि हादसे में उत्तर प्रदेश के 8 लोगों की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण के पर्याप्त उपाय किए जा रहे थे, लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या अनुमान से कई गुना अधिक थी। “स्थिति पर अब नियंत्रण है और मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।”
🙏 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे मृतकों के पार्थिव शरीर को शीघ्र उत्तर प्रदेश भेजने की व्यवस्था करें और परिजनों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएं।
🗣️ मुख्यमंत्री धामी का संवेदनात्मक संदेश
मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
"हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुए हृदय विदारक हादसे में 8 लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगतों की आत्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। प्रदेश सरकार मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50 हजार की सहायता राशि प्रदान करेगी।"
🇮🇳 राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भी जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे को “अत्यंत पीड़ादायक” बताया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। पीएमओ की ओर से जारी संदेश में लिखा गया:
"हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ से अत्यंत दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना। ईश्वर करे घायल शीघ्र स्वस्थ हों। स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा है।"
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी X पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा:
"हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ की दुर्घटना में अनेक श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार बहुत पीड़ादायक है। मैं सभी शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं और प्रार्थना करती हूं कि सभी घायल शीघ्र स्वस्थ हों।"
🔍 आगे की कार्रवाई
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घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश
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मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता पर विचार
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मंदिर प्रशासन और स्थानीय पुलिस की जिम्मेदारी की जांच
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भविष्य के लिए भीड़ नियंत्रण की नई रणनीति पर काम
⚠️ धार्मिक स्थलों में भीड़ प्रबंधन बना गंभीर सवाल
हर साल देशभर के धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है, लेकिन भीड़ प्रबंधन की तैयारियों की कमी और अव्यवस्थित व्यवस्थाएं बार-बार ऐसे हादसों को जन्म देती हैं। इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर श्रद्धा और सुरक्षा के संतुलन की ज़रूरत पर सवाल खड़े कर दिए हैं।